भारत की तत्काल डिजिटल भुगतान तकनीक यूनिफाइड पेमंट इंटरफेस (UPI) सेवा की शुरुआत सोमवार को श्रीलंका और मॉरिशस में हो गई।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए (वर्चुअल) मौजूदगी में भारत और मॉरिशस के बीच रुपे कार्ड और UPI कनेक्टिविटी की शुरुआत हुई, साथ ही भारत और श्रीलंका के बीच UPI कनेक्टिविटी शुरू की गई।
इस मौके पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास, बैंक ऑफ मॉरिशस के गवर्नर हरवेश सीगुलाम और सेंट्रल बैंक ऑफ श्रीलंका के गवर्नर डॉ पी नंदलाल वीरासिंघे भी मौजूद रहे।
भारतीय रिजर्व बैंक के एक बयान में कहा गया है कि UPI और रुपे के माध्यम से भारत के साथ मॉरिशस और श्रीलंका की डिजिटल भुगतान कनेक्टिविटी से वित्तीय एकीकरण गहरा होगा और इससे इन देशों के बीच लंबे समय से चल रहे ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों में मजबूती आएगी।
इस कनेक्टिविटी से मॉरिशस यात्रा करने वाले भारतीय यात्री UPI का इस्तेमाल कर मॉरिशस के व्यापारियों को भुगतान कर सकेंगे। इसी तरह से मॉरिशस के यात्री वहां के इंस्टेंट पेमेंट सिस्टम (आईपीएस) ऐप का इस्तेमाल कर भारत में भुगतान करने में सक्षम होंगे।
इसके अलावा रुपे तकनीक स्वीकार करने से एमएयूसीएएस कार्ड योजना के तहत मॉरिशस के बैंक घरेलू स्तर पर रुपे कार्ड जारी कर सकेंगे।
इन कार्डों का इस्तेमाल मॉरिशस के साथ भारत के एटीएम और पीओएस टर्मिनल में हो सकेगा। इसके साथ ही मॉरिशस एशिया के बाहर का ऐसा पहला देश बन गया है, जो रुपे तकनीक का इस्तेमाल कर कार्ड जारी कर सकेगा। भारत के रुपे कार्ड भी मॉरिशस के एटीएम और पीओएस टर्मिनल में स्वीकार्य होंगे।