Trump-Zelenskyy Meeting: अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन में चल रहा युद्ध “सबसे आसान तरीके से खत्म होने वाला” हो सकता है। उन्होंने दावा किया कि यूक्रेन और रूस दोनों शांति के लिए तैयार हैं।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस में यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, “मैं नहीं जानता यह युद्ध कब खत्म होगा, लेकिन हमें इसे खत्म करना होगा। जेलेंस्की इसे खत्म करना चाहते हैं, पुतिन इसे खत्म करना चाहते हैं। मैंने पहले छह युद्ध समाप्त किए हैं और मुझे लगता है कि रूस-यूक्रेन युद्ध सबसे आसान होगा।”
उन्होंने कहा कि इस युद्ध में दोनों पक्षों के लोग मारे गए हैं। ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडन को युद्ध का जिम्मेदार ठहराया और कहा, “यह मेरा युद्ध नहीं है, यह जो बाइडन का युद्ध है। कई लोग मरे हैं और हमें इसे रोकना है। अमेरिका ने इस युद्ध पर 300 अरब डॉलर खर्च किए हैं।”
जेलेंस्की ने कहा कि शांति के लिए अमेरिका और यूरोपीय देशों के साथ मिलकर प्रयास जरूरी हैं। उन्होंने कहा, “हम रूस और अमेरिका के साथ त्रिपक्षीय बैठक के लिए तैयार हैं। हमें यूरोपीय सहयोगियों और अमेरिका का समर्थन चाहिए।”
व्हाइट हाउस में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज और इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी सहित कई यूरोपीय नेता मौजूद थे। नाटो महासचिव और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन भी बैठक में शामिल हुईं।
रूस ने डोन्बास क्षेत्र पर कब्जा और 2014 में कब्जा किए गए क्रीमिया को मान्यता देने की शर्त रखी है। जेलेंस्की ने इसे ठुकरा दिया। यूक्रेन के संविधान के तहत किसी भी क्षेत्र को सौंपना संभव नहीं है।
यूरोपीय नेताओं को डर है कि अगर रूस यूक्रेन में सफल हुआ तो यह अन्य देशों के लिए खतरा बन सकता है। हाल ही में खार्किव में रूसी ड्रोन हमले में छह लोग मारे गए, जिनमें दो बच्चे शामिल थे। रूस ने भी 23 यूक्रेनी ड्रोन अपने क्षेत्र और क्रीमिया में रोकने का दावा किया।
15 अगस्त को ट्रंप और पुतिन की अलास्का में करीब तीन घंटे की वार्ता हुई। दोनों नेताओं ने इसे “उत्पादक” बताया, लेकिन कोई समझौता नहीं हुआ। ट्रंप ने कहा कि वह नागरिकों की मौत को कम करना चाहते हैं। पुतिन ने बैठक को “रचनात्मक” बताया और कहा कि अगर ट्रंप 2022 में राष्ट्रपति होते तो यह युद्ध नहीं होता।
दोनों पक्षों ने प्रगति की पुष्टि की और आगे चर्चा जारी रहने की उम्मीद जताई।