Trump inauguration: चार साल बाद एक बार फिर रिपब्लिकन नेता डॉनल्ड ट्रंप ने अमेरिका के राष्ट्रपति पद की शपथ ली और इस बार वह देश के 47वें राष्ट्रपति बने। ठंड के कारण शपथ ग्रहण समारोह बाहर की बजाय कैपिटल रोटुंडा के अंदर आयोजित किया गया। चीफ जस्टिस जॉन रॉबर्ट्स ने उन्हें शपथ दिलाई। खास बात यह रही कि ट्रंप ने शपथ के दौरान अपनी मां की दी हुई 1955 की बाइबल का इस्तेमाल किया।
जब ट्रंप शपथ लेने के बाद व्हाइट हाउस पहुंचे, तो वहां उनके स्वागत के लिए मौजूदा राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा, “वेलकम होम” बाइडन ने ट्रंप के लिए एक पत्र भी छोड़ा, लेकिन उसमें क्या लिखा है, यह उन्होंने नहीं बताया।
ट्रंप के ऐतिहासिक दिन की शुरुआत वाशिंगटन डीसी के सेंट जॉन चर्च में प्रार्थना से हुई। इसके बाद उन्होंने व्हाइट हाउस में चाय पी और फिर कैपिटल पहुंचकर राष्ट्रपति पद की शपथ ली। शपथ के तुरंत बाद उन्होंने कुछ जरूरी दस्तावेजों पर साइन किए।
भव्य बॉल्स और पहले दिन बड़े फैसले
शाम को ट्रंप तीन बड़े बॉल्स में शिरकत करेंगे – कमांडर-इन-चीफ बॉल, लिबर्टी बॉल और स्टारलाइट बॉल। लेकिन सबसे दिलचस्प बात यह है कि ट्रंप अपने पहले ही दिन करीब 200 कार्यकारी आदेशों पर साइन करेंगे। इनमें टैरिफ और इमिग्रेशन जैसे मुद्दे शामिल हैं। चूंकि ये कार्यकारी आदेश हैं, इसलिए इन्हें लागू करने के लिए कांग्रेस की मंजूरी की जरूरत नहीं होगी।
ठंड ने कम किया समारोह का ग्लैमर
पहले यह समारोह भव्य तरीके से बाहर आयोजित होने वाला था, लेकिन कड़ाके की ठंड ने इस प्लान को बदलवा दिया। हालांकि, समारोह में करीब 600 खास मेहमान शामिल हुए, जिनमें विदेशी नेता, टेक कंपनियों के सीईओ, दुनिया के सबसे अमीर लोग और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति शामिल थे।
ट्रंप का दमदार संदेश
शपथ के दौरान ट्रंप ने कहा, “यह सिर्फ मेरी वापसी नहीं है, बल्कि अमेरिका के नए युग की शुरुआत है।” अब यह देखना दिलचस्प होगा कि ट्रंप अपने कार्यकाल में क्या-क्या बदलाव लाते हैं और कैसे अपने वादों को पूरा करते हैं।