सिंगापुर और थाईलैंड में विदेशी नागरिकों का प्रवेश सीमित हो रहा है। ऐसे में यात्रियों को इन दोनों जगहों की यात्रा की अपनी योजनाओं में फिर से बदलाव करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। बुधवार को सिंगापुर के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने विमानन कंपनियों को टीका वाली यात्रा लेन की उड़ानों पर नए टिकटों की बिक्री बंद करने का निर्देश दिया। वहीं एक दिन पहले ही थाईलैंड ने फुकेत को छोड़कर सभी क्षेत्रों में क्वारंटीन मुक्त प्रवेश रोक दिया। सिंगापुर सरकार की पाबंदियां 22 दिसंबर से 20 जनवरी तक लागू रहेंगी। मुंबई, दिल्ली और चेन्नई से वीटीएल उड़ानों का टिकट रखने वाले टीका लगवा चुके यात्री बिना क्वारंटीन के सिंगापुर की यात्रा कर सकते हैं लेकिन इन उड़ानों की नई बुकिंग पर रोक लगा दी गई है।
थॉमस कुक इंडिया के अध्यक्ष और कंट्री प्रमुख (हॉलिडेज) राजीव काले ने कहा, ‘हम अपने ग्राहकों को बेहतर सलाह देने के लिए मौजूदा स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।’ वहीं ईजमाईट्रिप ने कहा कि हालांकि अभी तक कोई टिकट रद्द नहीं हुआ हैै लेकिन थाईलैंड और सिंगापुर के लिए नई बुकिंग पर बेशक असर पड़ेगा।
ईजमाईट्रिप के सह संस्थापक रिकांत पिट्टी ने कहा, ‘हम अच्छी तादाद में बुकिंग की उम्मीद कर रहे थे क्योंकि सिंगापुर और थाईलैंड, क्रिसमस और नए साल का जश्न मनाने के लिए पसंदीदा स्थानों में शामिल है। हालांकि वायरस के नए स्वरूप के कारण सिंगापुर के लिए नई बुकिंग टाल दी गई है और थाईलैंड ने भी क्वारंटीन फिर से अनिवार्य कर दिया है। हमें उम्मीद है कि जल्द ही स्थिति में सुधार होगा।’
थाईलैंड के पर्यटन प्राधिकरण की निदेशक चोलाडा सिद्धिवरन ने कहा कि भारतीय यात्री फुकेत के रास्ते से थाईलैंड की यात्रा कर सकते हैं। उन्होंने कहा, ‘फुकेत सैंडबॉक्स स्कीम के तहत भारतीय यात्रियों के लिए फुकेत खुला है। इसके तहत, यात्रियों को केवल पीसीआर जांच कराने और इसके नतीजे आने तक होटल में इंतजार करने की आवश्यकता होगी। अगर नतीजे निगेटिव होते हैं तब वे फुकेत में घूम सकते हैं। इसके बाद दूसरी आरटी-पीसीआर जांच पांचवें से छठे दिन होगी जिसके बाद वे फुकेत में 7 दिनों तक ठहरने (क्वारंटीन रहने की जरूरत नहीं होगी) के बाद थाईलैंड के दूसरे हिस्से में घूम सकते हैं या फिर वे अपने देश वापस जा सकते हैं।’
वह कहती हैं, ‘हमने सिर्फ फुकेत के अलावा विभिन्न प्रवेश द्वारों से हमारे देश में प्रवेश करने वाले लोगों के लिए प्रवेश नियमों को बदल दिया है। यह कदम नए स्वरूप मामलों में वृद्धि के बाद उठाया गया है। हमारा मानना है कि जरूरी सावधानियां बरतना बेहतर है और हम अब भी दुनिया के विभिन्न हिस्सों से यात्रियों का स्वागत करने के लिए तैयार हैं।’
