प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान आतंकी समूह पाकिस्तान में हमलों को अंजाम देने के लिए अलकायदा और अन्य आतंकी समूहों से महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त कर रहा है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के हवाले से गुरुवार को मीडिया में आई एक खबर में यह दावा किया गया।
‘डॉन न्यूज’ की खबर के अनुसार, इस सूचना का खुलासा आईएसआईएल (दाइश) और अलकायदा/तालिबान निगरानी टीम द्वारा संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद समिति को सौंपी गई 33वीं रिपोर्ट में किया गया है। इस सहयोग में न केवल हथियार एवं उपकरण शामिल हैं, बल्कि पाकिस्तान के खिलाफ तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) की गतिविधियों को मिलने वाला जमीनी समर्थन भी शामिल है।
प्रतिबंधित टीटीपी पर नकेल कसने में अफगान तालिबान की निष्क्रियता को लेकर इस्लामाबाद ने कई बार अपनी निराशा जाहिर की है। टीटीपी पाकिस्तान के अंदर कई बड़े हमलों को अंजाम देने के लिए जिम्मेदार है। टीटीपी की गतिविधियों पर रोक लगाने में अफगान तालिबान की नाकामी से दोनों देशों के बीच संबंधों में तनाव आया है।
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पाकिस्तान का मानना है कि टीटीपी से निपटने में काबुल की अनिच्छा उसकी राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए एक सीधा खतरा है। रिपोर्ट के अनुसार, अफगानिस्तान से बाहर टीटीपी की गतिविधियों को हतोत्साहित करने के अफगान तालिबान के आधिकारिक रुख के बावजूद, टीटीपी के कई लड़ाके अफगानिस्तान की धरती से पाकिस्तान में हमले करने में लिप्त हैं।
रिपोर्ट के हवाले से कहा गया है कि धर्म का कट्टरता से पालन करने वाले कुछ तालिबान सदस्यों के टीटीपी में शामिल होने से उसकी गतिविधियों को मजबूती मिली है।