प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने शनिवार (10 मई) शाम को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) और विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar) समेत शीर्ष सरकारी अधिकारियों के साथ एक हाई-लेवल बैठक की अध्यक्षता की। न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, यह बैठक भारत और पाकिस्तान के बीच मिलिट्री एक्शन रोकने के बाद पर सहमति बनने की घोषणा के बाद हुई।
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल (Ajit Doval), चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान (General Anil Chauhan) और तीनों सेना प्रमुख भी बैठक में शामिल थे।
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) शनिवार शाम 5 बजे से जमीन, हवा और समुद्र पर सभी जगहों पर फायरिंग और मिलिट्री एक्शन रोकने पर सहमत हो गए हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रम्प द्वारा यह कहने के तुरंत बाद विदेश सचिव द्वारा संक्षिप्त घोषणा की गई कि अमेरिका द्वारा मध्यस्थता की गई वार्ता के बाद भारत और पाकिस्तान “full and immediate ceasefire” पर सहमत हो गए हैं। मिस्री ने कहा कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने शनिवार दोपहर पहले 3.35 बजे भारत के डीजीएमओ को फोन किया।
इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दावा किया था कि भारत और पाकिस्तान सीजफायर के लिए तैयार हो गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर लिखा, “संयुक्त राज्य अमेरिका की मध्यस्थता में लंबी रात की बातचीत के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल सीजफायर पर सहमति जताई है। दोनों देशों को बधाई हो कि उन्होंने समझदारी और बुद्धिमानी का उपयोग किया। इस मामले पर आपके ध्यान के लिए धन्यवाद!”
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इसके अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई है। भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है। वह ऐसा करना जारी रखेगा।”
इससे पहले आज भारत सरकार ने कहा था कि भविष्य में अगर देश पर कोई आतंकी हमला होता है तो उसे ‘युद्ध की कार्रवाई’ माना जाएगा। भारत सरकार इस हमले जवाब भी ‘युद्ध की कार्रवाई’ की तरह देगी। सरकार ने स्पष्ट किया था कि आतंकी हमलों के जिम्मेदार लोगों और उनके षड्यंत्रकारियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाएगा। यह फैसला पाकिस्तान के लिए एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है, जो कई आतंकी समूहों से जुड़ा रहा है, जो भारतीयों को निशाना बनाते हैं।
बता दें, भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले कई दिनों से तनाव चल रहा है। बीते मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoK) में आतंकी ठिकानों पर सटीक सैन्य कार्रवाई की थी। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें 25 भारतीयों और एक नेपाली नागरिक की मौत हो गई थी। रक्षा मंत्रालय (MoD) के बयान के अनुसार, भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत कुल नौ आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इसके बाद से ही दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव चल रहा है।
एजेंसी इनपुट के साथ