ब्रिक्स के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक गवर्नर की बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि व्यापार और वित्तीय नीतियां बाजार विविधीकरण, बुनियादी ढांचा विकास को बढ़ावा देने और प्रतिस्पर्धात्मकता एवं उत्पादकता को बढ़ावा देने के लिए संरचनात्मक सुधारों को लागू करने पर केंद्रित है।
यह बैठक 5 जुलाई को रियो डी जनेरियो में आयोजित की गई थी। वित्त मंत्रालय ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर एक पोस्ट में कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भारत के इस दृष्टिकोण पर जोर दिया कि ब्रिक्स समावेशी बहुपक्षवाद को आगे बढ़ाने के लिए महत्त्वपूर्ण मंच है। निर्मला सीतारमण ने यह भी कहा, ‘विशेष रूप से जब वैश्विक संस्थाएं वैधता और प्रतिनिधित्व के संकट का सामना कर रही हैं, तो ब्रिक्स को आपसी सहयोग को मजबूत करते हुए विश्वसनीय सुधारों के साथ विकासशील देशों की आवाज को आगे बढ़ाकर उदाहरण पेश करना चाहिए।’
वित्त मंत्री ने कहा कि जलवायु और विकास लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में दक्षिण-दक्षिण सहयोग महत्त्वपूर्ण बना हुआ है, लेकिन विकासशील देशों से यह उम्मीद नहीं की जानी चाहिए कि वे जलवायु कार्रवाई का मुख्य बोझ उठाएं। उन्होंने कहा, ‘ब्रिक्स देश सतत विकास पर सहयोग को मजबूत करने के लिए अच्छी स्थिति में हैं।’ वित्त मंत्रियों की बैठक को संबोधित करते हुए निर्मला सीतारमण ने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि कैसे भारत ने मजबूत घरेलू मांग, विवेकपूर्ण मैक्रोइकॉनॉमिक प्रबंधन और लक्षित राजकोषीय उपायों के संयोजन से आर्थिक मोर्चे पर लचीलापन प्रदर्शित किया है।