एलन मस्क अब ट्विटर के मालिक बन गए हैं। लंबी चली खींचतान के बाद आखिरकार एलन मस्क और ट्विटर के बीच डील फाइनल हो गई। ट्विटर डील के पूरा होने के बाद CEO पराग अग्रवाल और कई अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की कंपनी से छुट्टी कर दी गई। इस पूरी डील के दौरान एक सवाल सबके मन में आया होगा कि मस्क ट्विटर क्यों खरीदना चाहते हैं ? इसको लेकर तमाम तरह की अटकलें लगाई जा रही थी। अब इस सवाल का जवाब मिल गया है। मस्क ने तीन पन्नों का एक डाक्यूमेंट ट्वीट किया और बताया कि उन्होंने पैसा कमाने के लिए ट्विटर को नहीं खरीदा है।
पैसों के लिए नहीं खरीदा ट्विटर- एलन मस्क
एलन मस्क ने ट्विटर खरीदने के पीछे कि वजह खुद बताई। मस्क ने साफ किया कि उन्होंने पैसा कमाने के लिए ट्विटर नहीं खरीदा है। मस्क का मानना है कि हमारी आने वाली सभ्यता के पास एक कॉमन डिजिटल स्पेस होना चाहिए, जहां अलग-अलग विचारधारा, विश्वास के लोग बिना हिंसा के स्वस्थ चर्चा कर सकें। इस तरह का प्लेटफॉर्म उपलब्ध कराने के लिए मस्क ने ट्विटर का अधिग्रहण किया है। मस्क ने लिखा है कि उन्होंने यह डील मानवता के लिए की हैं, जिससे उन्हें प्यार है।
विज्ञापन को लेकर क्या है मस्क का प्लान ?
ट्वीट किए गए डाक्यूमेंट में एलन मस्क ने विज्ञापन को लेकर भी अपने इरादे साफ किए है। वह ट्विटर को दुनिया में सबसे सम्मानित विज्ञापन मंच बनने की इच्छा रखते है जो ब्रांड को मजबूत करेगा और उद्योगों को बढ़ाएगा। एलन मस्क ने लिखा मुझे विश्वास है कि विज्ञापन, जब सही तरीके से किया जाता है, तो आपको प्रसन्न कर सकता है, आपका मनोरंजन कर सकता है और आपको सूचित कर सकता है। यह आपको एक ऐसी सेवा या उत्पाद या चिकित्सा उपचार दिखा सकता है जिसके बारे में आप कभी नहीं जानते थे, लेकिन यह आपके लिए सही है। यह सच होने के लिए, ट्विटर उपयोगकर्ताओं को विज्ञापन दिखाना आवश्यक है जो उनकी आवश्यकताओं के लिए यथासंभव प्रासंगिक हो। कम प्रासंगिकता वाले विज्ञापन स्पैम होते हैं।
पराग अग्रवाल को मिलेंगे लगभग 345.72 करोड़ रुपये
ट्विटर डील पराग अग्रवाल के CEO बनने के एक साल के अंदर पूरी हुई है। ट्विटर डील के पूरा होने के बाद CEO पद से पराग अग्रवाल की छुट्टी हो गई। रिसर्च फर्म Equilar की रिपोर्ट के मुताबिक पराग को नौकरी से निकाला गया है। इसलिए शर्तों के अनुसार, उन्हें 4.2 करोड़ डॉलर (करीब 345.72 करोड़ रुपये) चुकाने होंगे।