facebookmetapixel
सुप्रीम कोर्ट ने कहा: बिहार में मतदाता सूची SIR में आधार को 12वें दस्तावेज के रूप में करें शामिलउत्तर प्रदेश में पहली बार ट्रांसमिशन चार्ज प्रति मेगावॉट/माह तय, ओपन एक्सेस उपभोक्ता को 26 पैसे/यूनिट देंगेबिज़नेस स्टैंडर्ड के साथ इंटरव्यू में बोले CM विष्णु देव साय: नई औद्योगिक नीति बदल रही छत्तीसगढ़ की तस्वीर22 सितंबर से नई GST दर लागू होने के बाद कम प्रीमियम में जीवन और स्वास्थ्य बीमा खरीदना होगा आसानNepal Protests: सोशल मीडिया प्रतिबंध के खिलाफ नेपाल में भारी बवाल, 14 की मौत; गृह मंत्री ने छोड़ा पदBond Yield: बैंकों ने RBI से सरकारी बॉन्ड नीलामी मार्च तक बढ़ाने की मांग कीGST दरों में कटौती लागू करने पर मंथन, इंटर-मिनिस्ट्रियल मीटिंग में ITC और इनवर्टेड ड्यूटी पर चर्चाGST दरों में बदलाव से ऐमजॉन को ग्रेट इंडियन फेस्टिवल सेल में बंपर बिक्री की उम्मीदNDA सांसदों से PM मोदी का आह्वान: सांसद स्वदेशी मेले आयोजित करें, ‘मेड इन इंडिया’ को जन आंदोलन बनाएंBRICS शिखर सम्मेलन में बोले जयशंकर: व्यापार बाधाएं हटें, आर्थिक प्रणाली हो निष्पक्ष; पारदर्शी नीति जरूरी

Meta-WhatsApp ने ₹213 करोड़ जुर्माने के खिलाफ NCLAT में दी चुनौती, CCI के आदेश पर 23 जनवरी को होगी सुनवाई

यह जुर्माना व्हाट्सऐप की 2021 गोपनीयता नीति से संबंधित अपने दबदबे के कथित दुरुपयोग पर लगाया गया था।

Last Updated- January 16, 2025 | 10:40 PM IST
Meta

राष्ट्रीय कंपनी विधि अपील पंचाट (एनसीएलएटी) ने बुधवार को मेटा प्लेटफॉर्म्स (पहले फेसबुक) और व्हाट्सऐप की उन याचिकाओं को स्वीकार कर लिया जिनमें भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) के आदेश को चुनौती दी गई है। आयोग ने टेक दिग्गज पर 213.4 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। यह जुर्माना व्हाट्सऐप की 2021 गोपनीयता नीति से संबंधित अपने दबदबे के कथित दुरुपयोग पर लगाया गया था।

इस मुद्दे पर मेटा और सीसीआई से आरंभिक अनुरोधों पर सुनवाई के बाद एनसीएलएटी के दो सदस्यीय पीठ (न्यायमूर्ति अशोक भूषण के नेतृत्व में) ने कहा कि इस मामले पर विचार की जरूरत है। पीठ ने कहा, ‘पक्षों के अनुरोध पर विचार करने की आवश्यकता है। हम दोनों अनुरोध स्वीकार करते हैं।’ एनसीएलएटी 23 जनवरी को यह तय करेगा कि सीसीआई के आदेश पर अंतरिम रोक लगाई जाए या नहीं।

मेटा और व्हाट्सऐप के वकील ने अंतरिम रोक की मांग की, लेकिन सीसीआई ने इसका विरोध किया है। मेटा ने पहले एनसीएलएटी से मामले की तत्काल सुनवाई करने का अनुरोध किया था। सीसीआई ने कहा था कि एंटी-ट्रस्ट नियामक कंपनी की गोपनीयता नीति की जांच कर रहा है जो न तो पारदर्शी है और न ही उपयोगकर्ता की स्वैच्छिक सहमति पर आधारित है। ऐसी नीति से अत्यधिक डेटा संग्रह और लक्षित विज्ञापन के लिए उपभोक्ताओं का ‘पीछा’ करने की प्रवृत्ति बढ़ेगी ताकि अधिक उपयोगकर्ता आकर्षित हो सकें और इसलिए यह अपने दबदबे या स्थिति का दुरुपयोग माना जाता है।

जनवरी 2021 में कुछ खबरें सामने आने के बाद सीसीआई ने स्वयं व्हाट्सऐप की अद्यतन गोपनीयता नीति पर गौर करने का निर्णय लिया था।

First Published - January 16, 2025 | 10:40 PM IST

संबंधित पोस्ट