देश-दुनिया में AI को लेकर चर्चा चल रही है कि कैसे ये लोगों का काम कम सकता है। यानि कि मैनुअल काम को AI की मदद से आसानी से अब टैक्नॉलजी की सहायता से किया जा सकता है। बहुत सारी जगहों पर AI टूल का इस्तेमाल करके मैनुअल काम को कम किया गया है।
आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस किस तरह से मैनुअल काम में कटौती का कारण बन रहा है या यूं कहें कि कैसे AI लोगों का काम छीन रहा है उसके कई उदाहरण सामने आ रहे हैं। हाल ही में एक और मामला सामने आया है जहां पर एआई ने 90 फीसदी तक मैनुअल काम में कटौती की है।
हम बात कर रहे हैं जेपी मॉर्गन चेज़ एंड कंपनी के AI-Aided कैशफ्लो मॉडल की। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, जेपी मॉर्गन ने पिछले साल अपने कॉर्पोरेट ग्राहकों के लिए एक मुफ्त कैश फ्लो इंटेलिजेंस एआई (Free Cash Flow Intelligence AI) टूल लॉन्च किया था।
अब बैंक ने बताया कि इस टूल ने इंसानों के हाथों होने वाले मैनुअल काम को 90 फीसदी तक कम करने में मदद की है। रिपोर्ट के अनुसार लगभग 2,500 ग्राहक एआई टूल का उपयोग करते हैं। ये भी कहा जा रहा है कि ये टूल इतना सफल हो रहा है कि आगे चलकर जेपी मॉर्गन इसके लिए शुल्क बी चार्ज कर सकता है।
फीस चार्ज करना शुरू कर सकता है जेपी मॉर्गन
जेपी मॉर्गन की होलसेल पेमेंट यूनिट में डेटा और एनालिटिक्स के प्रमुख टोनी विमर ने एक इंटरव्यू में कहा, “हम इस टूल में निवेश करना जारी रखेंगे क्योंकि हम देखते हैं कि हम वास्तव में इस वर्कफ़्लो को क्रैक करना शुरू कर रहे हैं।” उन्होंने कहा, लगभग एक साल पहले लॉन्च होने के बाद से, उनकी कंपनी के पास अब लगभग 2,500 ग्राहक हैं जो उत्पाद का उपयोग कर रहे हैं।
विमर ने कहा कि यह उपकरण, जो कॉर्पोरेट खजाने को कैश फ्लो एनालिसिस और फोरकास्ट करने की सुविधा देता है, ने अपने ग्राहकों से “जबरदस्त” रुचि देखी है जो वर्तमान में इसे मुफ्त में उपयोग करते हैं। उनकी कंपनी भविष्य में कैश फ्लो इंटेलिजेंस नामक समाधान का उपयोग करने के लिए अपने ग्राहकों से शुल्क लेने पर विचार कर रही है।
दुनिया के सबसे बड़े बैंक उत्पादकता बढ़ाने और लागत कम करने के उद्देश्य से आर्टिफिशयल इंटेलिजेंस का उपयोग बढ़ा रहे हैं।
कई बैंकों के पास है AI Tools
जेपी मॉर्गन की ही तरह दुनिया के कई अन्य बड़े बैंकों के पास भी अपने एआई टूल्स हैं। बैंक ऑफ अमेरिका के पास एक एआई कैशप्रो फोरकास्टिंग टूल है जो मुफ्त में कैश फ्लो को ट्रैक करता है और आरबीसी के पास एनओएमआई (NOMI) नाम का एक ऐसा ही AI टूल है।
जेपी मॉर्गन के सीईओ जेमी डिमन ने बीते अक्टूबर में कहा था कि अगर एआई का इस्तेमाल अच्छे से किया गया तो अगली पीढ़ी को संभवत: हफ्ते में महज 3.5 दिन काम करने की जरूरत होगी।