अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) को प्रोस्टेट कैंसर होने की जानकारी सामने आई है। रविवार को उनके ऑफिस की तरफ से यह बयान जारी किया गया।
खबरों के मुताबिक, हाल ही में हुई रूटीन मेडिकल चेकअप के दौरान उनके प्रोस्टेट में एक छोटा नोड्यूल पाया गया था। इसके बाद डॉक्टर्स ने अगली जांचें कीं, जिसमें कैंसर की पुष्टि हो गई। बाइडेन को यूरीन से जुड़ी कुछ दिक्कतें हो रही थीं, जिस कारण वे डॉक्टरों से मिलने गए थे।
शुक्रवार को जांच में पता चला कि प्रोस्टेट कैंसर की कोशिकाएं हड्डियों तक फैल चुकी हैं, जो इसे अधिक आक्रामक बनाता है। हालांकि, डॉक्टरों का कहना है कि यह हॉर्मोन-सेंसिटिव कैंसर है, जिससे इसका इलाज मुमकिन है।
बाइडेन की ग्लीसन स्कोर 9 बताई गई है, जो कैंसर की गंभीरता को दर्शाता है। (ग्लीसन स्कोर 1 से 10 तक होता है, और स्कोर जितना ज्यादा हो, कैंसर उतना अत्यधिक खतरनाक माना जाता है।)
बाइडेन और उनका परिवार फिलहाल डॉक्टरों से इलाज के विकल्पों पर विचार कर रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ABC News और न्यूयॉर्क टाइम्स ने पहले ही खबर दी थी कि बाइडेन ने फिलाडेल्फिया के हॉस्पिटल में जांच करवाई थी।
उनके ऑफिस ने बयान में कहा, “ये कैंसर आक्रामक ज़रूर है, लेकिन इसके इलाज की अच्छी संभावनाएं हैं। राष्ट्रपति का इलाज जल्द ही शुरू किया जाएगा।”
अमेरिका के 82 साल के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन का हाल ही में मेडिकल चेकअप किया गया। इस दौरान डॉक्टर्स को उनके प्रोस्टेट में एक छोटा नोड्यूल मिला। ये जानकारी एक प्रवक्ता ने मंगलवार को ABC News को दी।
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जो बाइडेन की तबीयत पर डोनाल्ड ट्रंप की प्रतिक्रिया
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की तबीयत को लेकर एक्स-प्रेसिडेंट डॉनल्ड ट्रंप ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की है।
ट्रंप ने लिखा, “मेलानिया और मैं, जो बाइडेन की हालिया मेडिकल कंडीशन के बारे में सुनकर बहुत दुखी हैं। हमारी शुभकामनाएं जिल और पूरे बाइडेन परिवार के साथ हैं। हम बाइडेन के जल्द रिकवरी की दुआ करते हैं।”
बाइडेन की सेहत पहले भी हो चुकी खराब
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की सेहत एक बार फिर चर्चा में है। बाइडेन की हेल्थ को लेकर पहले भी कई बार सवाल उठ चुके हैं, खासकर उनके राष्ट्रपति रहते और पद छोड़ने के बाद भी।
स्किन कैंसर का हुआ था इलाज
फरवरी 2023 में, जब बाइडेन राष्ट्रपति थे, तब उनके सीने से एक स्किन लेज़न हटाया गया था। बाद में व्हाइट हाउस के डॉक्टर केविन ओ’कॉनर ने बताया था कि ये बेसल सेल कार्सिनोमा था, जो एक तरह का स्किन कैंसर है। डॉक्टर के मुताबिक, “सारी कैंसर वाली टिशू को पूरी तरह से हटा दिया गया है और अब किसी भी तरह के ट्रीटमेंट की ज़रूरत नहीं है।”
डॉ. ओ’कॉनर ने ये भी कहा कि बेसल सेल कार्सिनोमा आमतौर पर शरीर में नहीं फैलता, लेकिन अगर इसे नजरअंदाज किया जाए, तो इसका साइज बड़ा हो सकता है और सर्जरी करना मुश्किल बन सकता है।
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पहले भी हो चुकी है Mohs सर्जरी
बाइडेन ने राष्ट्रपति बनने से पहले भी Mohs सर्जरी करवाई थी, ताकि उनके नॉन-मेलानोमा स्किन कैंसर को हटाया जा सके। 2023 में डॉक्टर ने बताया था कि बायोप्सी की साइट अच्छे से हील हो चुकी है और बाइडेन का रेगुलर स्किन चेकअप चलता रहेगा।
मेंटल फिटनेस पर भी उठे सवाल
हालांकि फरवरी 2024 में उन्हें “फिट फॉर ड्यूटी” घोषित कर दिया गया था, लेकिन उनकी उम्र और मेंटल क्लैरिटी को लेकर सवाल उठते रहे। माना जाता है कि इन्हीं वजहों से उन्होंने 2024 के प्रेसिडेंशियल इलेक्शन में दोबारा खड़े न होने का फैसला लिया।
पद छोड़ने के बाद मीडिया से दूरी
जनवरी में ऑफिस छोड़ने के बाद से बाइडेन पब्लिक और मीडिया में कम ही नजर आए हैं। हालांकि उन्होंने कुछ इंटरव्यू ज़रूर दिए, खासकर तब जब डोनाल्ड ट्रंप के दोबारा राष्ट्रपति बनने के बाद पहले 100 दिनों का एनालिसिस चल रहा था।
प्रोस्टेट कैंसर एक ऐसा कैंसर है जो प्रोस्टेट ग्रंथि में शुरू होता है। ये ग्रंथि पुरुषों के शरीर में होती है, जो मूत्राशय (bladder) के नीचे और मलाशय (rectum) के सामने मौजूद होती है। इसका काम होता है वीर्य (semen) का निर्माण करना, जो पुरुष प्रजनन प्रणाली का अहम हिस्सा है।
हालांकि प्रोस्टेट कैंसर धीरे-धीरे बढ़ता है, लेकिन कई बार ये बहुत तेजी से फैल सकता है। जब यह शरीर के अन्य हिस्सों जैसे हड्डियों या लिम्फ नोड्स (lymph nodes) तक फैलने लगता है, तो इसे मेटास्टेसिस (metastasis) कहा जाता है। जो बाइडन का कैंसर भी इसी स्टेज पर पहुंच चुका है, जो इसे ज्यादा गंभीर बना देता है।
प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में होने वाले कैंसर में से एक सबसे आम टाइप है। ये पुरुषों में कैंसर से होने वाली मौतों का दूसरा सबसे बड़ा कारण माना जाता है। हालांकि, अगर इसे शुरुआत में पहचान लिया जाए, तो इलाज के अच्छे चांस होते हैं।
उम्र बढ़ने पर प्रोस्टेट कैंसर का रिस्क बढ़ता है
शुरुआती स्टेज में इसके लक्षण नजर नहीं आते
रेगुलर हेल्थ चेकअप से इसका पता लगाया जा सकता है