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Ray-Ban से Birkenstock तक, Trump tariff के चलते अमेरिका में बढ़ेंगी इन चीजों की कीमतें; चेक करें क्या-क्या होगा महंगा

चीन दुनिया का सबसे बड़ा wig exporter है। साल 2022 में China ने करीब $3 billion (लगभग ₹25,000 करोड़) के wigs एक्सपोर्ट किए।

Last Updated- April 06, 2025 | 8:34 AM IST
Trump tariffs
Representative Image

अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने जबसे दुनिया भर से आने वाले इंपोर्ट्स पर उम्मीद से ज़्यादा टैरिफ (शुल्क) लगाया है तब से यह चर्चा शुरू हुई कि शैम्पेन, परमेसन चीज़ और फेरारी जैसी लग्ज़री चीजों के दाम बढ़ सकते हैं। लेकिन असल असर सिर्फ इन महंगी चीज़ों तक सीमित नहीं है। शनिवार से लागू होने जा रहे 10% के बेस टैक्स का असर सिर्फ लग्ज़री कारों या स्पेशल फूड्स तक ही सीमित नहीं रहेगा। इसका सीधा असर आम लोगों की जेब पर भी पड़ेगा। अब मैन्युफैक्चरर्स और सप्लायर्स सोच रही हैं कि रोज़मर्रा के सामान जैसे कि सुपरमार्केट में मिलने वाले प्रोडक्ट्स, जूते, ब्यूटी प्रोडक्ट्स और यहां तक कि सेक्स टॉयज़ जैसी चीज़ों पर बढ़ा हुआ खर्च कितना ग्राहकों से वसूला जाए।

पहले भी जब ट्रंप ने अपने पहले कार्यकाल में चीन पर सीमित टैरिफ लगाए थे, तो कई कंपनियों ने कहा था कि उनके पास इतने ऑप्शन नहीं हैं कि वो ये एक्स्ट्रा खर्च सीधे कस्टमर्स पर डाल सकें। ऐसे में इस बार भी कंपनियों के सामने कीमतें बढ़ाने को लेकर चुनौती रहेगी।

ट्रंप टैरिफ के चलते कुछ ऐसे इंटरनेशनल ब्रांड्स के प्रोडक्ट्स भी महंगे हो सकते हैं, जिन्हें लोग अब तक बिना सोचे समझे खरीदते रहे। आइए जानते हैं कौन-कौन से प्रोडक्ट्स इस लिस्ट में हैं:

Ray-Ban Sunglasses

Joe Biden के Ray-Ban Aviator चश्मे उनकी पर्सनैलिटी का हिस्सा बन चुके थे। ये वही चश्मे हैं जिन्हें 1930 के दशक में US Army Air Corps के लिए बनाया गया था और बाद में ‘Top Gun’ फिल्म में टॉम क्रूज़ ने भी पहना था। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि ये Aviators असल में इटली के Dolomites की पहाड़ियों में बने एक छोटे से गांव में तैयार किए जाते हैं।

Ray-Ban, Oakley, Oliver Peoples और Vogue Eyewear जैसे ब्रांड्स फ्रेंच-इटैलियन कंपनी EssilorLuxottica SA के अंडर आते हैं, जो दुनिया की सबसे बड़ी आईवियर कंपनी है। इस कंपनी का मार्केट कैप €100 बिलियन से ज्यादा है और 2024 में इसके नॉर्थ अमेरिका से लगभग €12 बिलियन की बिक्री हुई थी।

अब जब EU से अमेरिका आने वाले प्रोडक्ट्स पर 20% का टैरिफ लगेगा (9 अप्रैल से लागू), तो Cruise की तरह स्टाइलिश दिखने का सपना थोड़ा महंगा साबित हो सकता है।

Nespresso Coffee Capsules

Nestle SA की मशहूर Nespresso कॉफी कैप्सूल दुनियाभर में बिकती हैं। एक अनुमान के मुताबिक हर साल करीब 14 अरब कैप्सूल बेची जाती हैं। लेकिन हैरानी की बात ये है कि ये सारी कैप्सूल्स सिर्फ स्विट्ज़रलैंड की तीन फैक्ट्रियों में ही बनाई जाती हैं।

स्विट्ज़रलैंड से अमेरिका आने वाले प्रोडक्ट्स पर अब 31% का टैरिफ लगाया गया है, जो EU से भी ज्यादा है। Nestle के अनुसार 2024 में Nespresso की ग्लोबल बिक्री 6.4 अरब स्विस फ्रैंक (करीब $7.5 बिलियन) रही थी।

इसका मतलब ये है कि अगर आप Nespresso की कैप्सूल कॉफी के शौकीन हैं, तो अब इसकी चुस्की जेब पर भारी पड़ सकती है।

China से आ रहे Wig, Eyelashes और Sex Toys पर बढ़े Tariff

चीन दुनिया का सबसे बड़ा wig exporter है। साल 2022 में China ने करीब $3 billion (लगभग ₹25,000 करोड़) के wigs एक्सपोर्ट किए। चीन ग्लोबल hair accessories मार्केट का करीब 80% हिस्सा अकेले कंट्रोल करता है। Xinhua News Agency के मुताबिक, अमेरिका इसका सबसे बड़ा खरीदार है।

इतना ही नहीं, चीन फेक आईलैशेस और सेक्स टॉयज़ का भी सबसे बड़ा प्रोड्यूसर है। दुनिया के 70% फेक आईलैशेस और 70% sex toys चीन में बनते हैं। Grand View Research की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका का sex toys मार्केट 2024 में $10.6 billion (लगभग ₹88,000 करोड़) का था। इस मार्केट में China और India दोनों की सप्लाई सबसे ज्यादा है।

हालांकि, अब अमेरिका ने चीन से आने वाले sex toys पर 34% और इंडिया से आने वाले प्रोडक्ट्स पर 26% टैरिफ लगा दिया है, जिससे ये प्रोडक्ट्स US में महंगे हो सकते हैं।

Botox भी हो सकता है महंगा

Botox लेने वाले अमेरिकियों की जेब पर भी असर पड़ सकता है। हालांकि अभी फार्मास्युटिकल प्रोडक्ट्स पर कोई टैरिफ लागू नहीं हुआ है, लेकिन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि ये राहत ज्यादा दिन नहीं टिकेगी।

Botox बनाने वाली कंपनी AbbVie Inc. इसका प्रोडक्शन Ireland के Westport टाउन में करती है। ये एक हाई-सिक्योरिटी प्लांट है क्योंकि Botox एक खतरनाक टॉक्सिन – botulinum toxin – से बनता है। 2024 में AbbVie ने cosmetic Botox से $1.7 billion और therapeutic Botox से $2.7 billion की कमाई की। चूंकि cosmetic Botox इंश्योरेंस के तहत नहीं आता, इसलिए अगर टैरिफ बढ़ा तो इसका सीधा असर आम अमेरिकी ग्राहकों की जेब पर पड़ेगा।

Oura Ring की कीमतों में बढ़ोतरी के संकेत

हेल्थ को लेकर सजग लोगों के लिए Oura स्मार्ट रिंग अब और महंगी हो सकती है। ये छोटी-सी रिंग नींद, एक्टिविटी और हार्ट रेट को ट्रैक करती है, बिल्कुल स्मार्टवॉच की तरह, लेकिन उन लोगों के बीच ज्यादा पॉपुलर है जो भारी-भरकम डिवाइस हाथ में पहनना नहीं चाहते।

Oura ब्रांड फिनलैंड की टेक कंपनी Oura Health Oy का है। करीब छह महीने पहले कंपनी ने अपनी लेटेस्ट डिवाइस Oura Ring 4 लॉन्च की थी, जिसकी शुरुआती कीमत 349 डॉलर (करीब ₹29,000) है।

हॉस्पिटल बेड की कीमतों में भी बढ़ोतरी के आसार

हाई-टेक हॉस्पिटल बेड बनाने वाली बड़ी कंपनी Linet Group (Czech Republic की) अब अमेरिका में अपने कॉन्ट्रैक्ट्स के लिए कीमतें बढ़ाने की तैयारी में है। कंपनी के CEO टोमस कोलार ने बताया कि अब उनका फोकस महंगे और प्रीमियम प्रोडक्ट्स पर होगा, ताकि मुनाफा बढ़ाया जा सके।

गौरतलब है कि Linet की एक बेड Netflix के शो House of Cards में भी नजर आई थी, उस सीन में जहां लीड कैरेक्टर Frank Underwood पर जानलेवा हमला होता है।

टोमस कोलार के मुताबिक, अमेरिका को कंपनी की कुल सालाना बिक्री (€370 मिलियन) का करीब 20% एक्सपोर्ट होता है। ऐसे में अगर कीमतें बढ़ती हैं तो इसका सीधा असर अमेरिकी हेल्थकेयर सिस्टम पर पड़ सकता है, जो पहले ही महंगे इलाज को लेकर विवादों में रहता है।

Birkenstock बढ़ा सकता है प्राइस

German footwear कंपनी Birkenstock ने इशारा किया है कि अगर अमेरिका में टैरिफ (tariffs) बढ़ते हैं, तो कंपनी कीमतें बढ़ा सकती है—लेकिन सिर्फ अमेरिकी ग्राहकों पर इसका असर नहीं पड़ेगा।

हाल ही में earnings call में Birkenstock के टॉप एग्जीक्यूटिव्स ने कहा कि कंपनी ने पहले भी ग्लोबली प्राइस एडजस्टमेंट किया है, जिससे टैरिफ जैसे दबावों को बैलेंस किया जा सके। इसका मतलब है कि अगर US में टैरिफ लगे, तो कंपनी दुनियाभर में थोड़ी-थोड़ी कीमत बढ़ाकर उसे कवर कर सकती है।

साथ ही, कंपनी ने ये भी कहा कि वह cost-cutting और efficiency पर भी फोकस करती है ताकि उसका मार्जिन सुरक्षित रहे। हालांकि ज्यादातर प्रोडक्शन जर्मनी में होता है, लेकिन Birkenstock की सबसे बड़ी मार्केट अमेरिका है, जहां से कंपनी को हर साल करीब €950 मिलियन का रेवेन्यू मिलता है।

First Published - April 5, 2025 | 2:40 PM IST

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