facebookmetapixel
भारत की चीन को टक्कर देने की Rare Earth योजनानेपाल में हिंसा और तख्तापलट! यूपी-नेपाल बॉर्डर पर ट्रकों की लंबी लाइन, पर्यटक फंसे; योगी ने जारी किया अलर्टExpanding Cities: बढ़ रहा है शहरों का दायरा, 30 साल में टॉप-8 सिटी में निर्मित क्षेत्रफल बढ़कर हुआ दोगुनाबॉन्ड यील्ड में आई मजबूती, अब लोन के लिए बैंकों की ओर लौट सकती हैं कंपनियां : SBIअगस्त में Equity MF में निवेश 22% घटकर ₹33,430 करोड़ पर आया, SIP इनफ्लो भी घटाचुनाव से पहले बिहार को बड़ी सौगात: ₹7,616 करोड़ के हाईवे और रेलवे प्रोजेक्ट्स मंजूरBYD के सीनियर अधिकारी करेंगे भारत का दौरा, देश में पकड़ मजबूत करने पर नजर90% डिविडेंड + ₹644 करोड़ के नए ऑर्डर: Navratna PSU के शेयरों में तेजी, जानें रिकॉर्ड डेट और अन्य डिटेल्समद्रास HC ने EPFO सर्कुलर रद्द किया, लाखों कर्मचारियों की पेंशन बढ़ने का रास्ता साफFY26 में भारत की GDP 6.5 फीसदी से बढ़ाकर 6.9 फीसदी हो सकती है: Fitch

शांति के लिए PM मोदी ने की राष्ट्रपति पुतिन से बात, यूक्रेन की यात्रा के अनुभव भी साझा किए; जो बाइडन ने की तारीफ

विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने बांग्लादेश की स्थिति पर भी चिंता जाहिर की। वहां कानून-व्यवस्था कायम करने और हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने पर जोर दिया।

Last Updated- August 27, 2024 | 11:10 PM IST
PM Modi and Putin
Representative Image

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन से फोन पर बात की और उनसे यूक्रेन के साथ संघर्ष के शीघ्र, स्थायी और शांतिपूर्ण समाधान के लिए भारत की दृढ़ प्रतिबद्धता दोहराई। प्रधानमंत्री ने यूक्रेन की अपनी हालिया यात्रा के अनुभव भी पुतिन के साथ साझा किए। रूसी समाचार एजेंसी तास के अनुसार मोदी ने बातचीत के दौरान इस बात की भी पुष्टि कर दी कि वह 22 से 24 अक्टूबर तक कजान में आयोजित होने वाले ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने को तैयार हैं। समूह के विस्तार के बाद यह ब्रिक्स का पहला सम्मेलन है।

रूस ब्रिक्स का वर्तमान अध्यक्ष है और अपने दक्षिण-पश्चिमी शहर कजान में शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा। ब्रिक्स में पहले ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका इसके संस्थापक सदस्य थे। एक जनवरी को इसका विस्तार किया गया तथा मिस्र, इथियोपिया, ईरान, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात भी इस समूह का हिस्सा बन गए। अब इस समूह की सदस्य संख्या 10 हो गई है।

विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा कि मोदी और पुतिन ने रूस-यूक्रेन संघर्ष पर अपने विचारों का आदान-प्रदान किया और प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी हालिया यूक्रेन यात्रा के अनुभव भी रूसी राष्ट्रपति के साथ साझा किए।

उन्होंने संघर्ष को टालने एवं मसले का शांतिपूर्ण समाधान हासिल करने के लिए परस्पर बातचीत और कूटनीति के साथ-साथ सभी हितधारकों के बीच ईमानदार, व्यावहारिक साझेदारी के महत्त्व को रेखांकित किया। सरकारी समाचार एजेंसी तास ने क्रेमलिन की प्रेस सेवा के हवाले से बताया कि टेलीफोन पर हुई बातचीत के दौरान दोनों नेताओं ने जुलाई में प्रधानमंत्री की मास्को यात्रा के दौरान हुए व्यापार समझौतों के क्रियान्वयन पर भी चर्चा की।

दोनों पक्षों ने ब्रिक्स के सहयोग पर संतोष प्रकट किया और प्रधानमंत्री मोदी ने रूस की अध्यक्षता में अक्टूबर में कजान में होने वाले समूह के शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तैयार होने की पुष्टि की। पुतिन और मोदी ने अनेक स्तरों पर द्विपक्षीय संवाद जारी रखने पर सहमति जताई।

बीते 23 अगस्त को प्रधानमंत्री मोदी लगभग 9 घंटे की यूक्रेन की राजधानी कीव की यात्रा पर गए थे। वर्ष 1991 में आजादी के बाद किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की यह पहली यूक्रेन की यात्रा थी। यहां मोदी ने राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात की और उन्हें भारत आने का न्योता दिया।

इस मौके पर यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि महान देश की यात्रा करके उन्हें खुशी होगी। मोदी की कीव यात्रा पुतिन के साथ शिखर बातचीत के छह हफ्तों बाद हुई है, जिसकी पश्चिमी देशों ने खासी आलोचना की थी। उस समय प्रधानमंत्री मोदी और रूसी राष्ट्रपति पुतिन के गले मिलने को यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने बहुत ही निराशाजनक बताया था।

बीते शुक्रवार को कीव में प्रधानमंत्री मोदी ने जेलेंस्की को गले लगाया और कहा कि क्षेत्र में शांति स्थापित करने के लिए वह व्यक्तिगत रूप से अपनी भूमिका निभाने को तैयार हैं। मोदी ने इससे पहले सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन को अपनी यूक्रेन यात्रा के बारे में जानकारी दी थी तथा बातचीत और कूटनीति के जरिए क्षेत्र में जल्द शांति बहाल करने के लिए भारत का पूरा समर्थन जताया था।

विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों नेताओं ने बांग्लादेश की स्थिति पर भी चिंता जाहिर की। वहां जल्द से जल्द कानून-व्यवस्था कायम करने और अल्पसंख्यकों विशेषकर हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने पर जोर दिया।

एक्स पर बाइडन के पोस्ट के अनुसार अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेन को मानवीय समर्थन और शांति का संदेश देने के लिए मोदी की तारीफ की और दोनों नेताओं ने हिंद प्रशांत क्षेत्र में सुरक्षा और शांति के लिए अपना योगदान देने की प्रतिबद्धता जताई।

(साथ में एजेंसियां)

First Published - August 27, 2024 | 10:25 PM IST

संबंधित पोस्ट