facebookmetapixel
नीतीश कुमार ने दिया इस्तीफा, गुरुवार को 10वीं बार लेंगे मुख्यमंत्री पद की शपथHDFC बना भारत का सबसे मूल्यवान ब्रांड, TCS को पछाड़ा; बैंक की वैल्यू 44.9 अरब डॉलरसेंसेक्स 14 महीने बाद फिर पहुंचा 85,000 के पार, IT शेयरों में बड़ी तेजी से निवेशकों में उत्साहबिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि 2025: परिवहन एवं पर्यटन में निजी निवेश पर जोर; इलेक्ट्रिक बसें और होमस्टे प्रोजेक्ट्स पर फोकसबिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि 2025: कानून-व्यवस्था में सख्ती से बदली सूरत हुआ चहुंमुखी विकास; निवेश और रोजगार में आई तेजीबिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि 2025: चक्रीय अर्थव्यवस्था से तालमेल, प्रदूषण नियंत्रण और हरित विकास पर जोरबिजनेस स्टैंडर्ड समृद्धि 2025: उत्तर प्रदेश में औद्योगिक विकास ने पकड़ी रफ्तार, MSMEs में तेजीICICI बैंक ने बुजुर्गों के लिए जमा दर बढ़ाकर 7.2% की, SBI और HDFC से भी ज्यादाबॉन्ड के जरिये 3,500 करोड़ रुपये जुटाएगा केनरा बैंक, AT-1 बॉन्ड जारी करेगाInfosys का ₹18,000 करोड़ का शेयर बायबैक 20 नवंबर से हो रहा शुरू, स्टॉक में 3% से अधिक तेजी

Musk-Trump Rift: रिश्तों में दरार के बीच मस्क ने खींचा हाथ, ट्रंप को ₹830 करोड़ की मदद से किया किनारा

Musk-Trump Rift: ईलॉन मस्क ने ट्रंप को नहीं दी आखिरी किस्त, बढ़ी दूरी, NASA की नियुक्ति और टैक्स बिल बना कारण

Last Updated- June 05, 2025 | 12:33 PM IST
Trump and Musk

Musk-Trump Rift: ईलॉन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच रिश्ते अब पहले जैसे नहीं रहे। ईलॉन मस्क ने डोनाल्ड ट्रंप की दोबारा चुनावी मदद के लिए किए गए ₹2,500 करोड़ ($300 मिलियन) के वादे में से आखिरी ₹830 करोड़ ($100 मिलियन) की रकम फिलहाल रोक ली है। Wall Street Journal की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे ट्रंप की चुनावी टीम में बेचैनी है कि आखिर मस्क क्या सोच रहे हैं।

नीति और नियुक्ति को लेकर नाराज़ हैं मस्क

मस्क ट्रंप की आर्थिक और नीतिगत फैसलों से नाराज़ हैं। खासकर उस वक्त से जब व्हाइट हाउस ने मस्क के करीबी और स्पेसX पार्टनर जैरेड इसाकमैन की NASA प्रमुख पद पर नियुक्ति को रद्द कर दिया। मस्क ने इसके बाद अपने करीबियों से नाराज़गी जताई कि उन्होंने “सैकड़ों करोड़ रुपये दान में दिए, लेकिन उसके बदले में उनके साथी को ही हटा दिया गया।” मस्क ने X (पहले ट्विटर) पर इसाकमैन को “बेहद काबिल और नेकदिल इंसान” बताया।

व्हाइट हाउस ने सफाई दी है कि इसाकमैन का नाम इसलिए हटाया गया क्योंकि उन्होंने पहले डेमोक्रेट्स को भी दान दिया था, और यह बात पहले से ट्रंप प्रशासन को मालूम थी।

यह भी पढ़ें…ट्रंप के ट्रेड वॉर से भारत समेत उभरते देशों की बढ़ी मुश्किल, कोविड से भी बड़ी चुनौती

टैक्स बिल बना विवाद का बड़ा कारण

मस्क की नाराज़गी और बढ़ी जब ट्रंप ने ‘Big Beautiful Bill’ नाम से जो टैक्स और खर्च से जुड़ा विधेयक लाए, उसमें इलेक्ट्रिक व्हीकल्स (EV) पर मिलने वाली टैक्स छूट को कम किया गया। मस्क की कंपनी टेस्ला को इससे बड़ा नुकसान हो सकता है। मस्क ने इस बिल को “घटिया और नुकसानदायक” कहा और यहां तक कि अपने फॉलोअर्स से X पर अपील की कि “KILL the BILL”।

ट्रंप ने झगड़े को छिपाने की कोशिश की

रिपोर्ट के मुताबिक ट्रंप ने इस विवाद को सार्वजनिक नहीं होने देने की कोशिश की। व्हाइट हाउस में एक विदाई कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा, “ईलॉन वास्तव में जा नहीं रहे हैं, वो आते-जाते रहेंगे।” लेकिन अब मस्क की व्हाइट हाउस में मौजूदगी बहुत कम हो गई है। पहले जहां वो अक्सर आते थे, अब बहुत कम दिखाई देते हैं। हालांकि ट्रंप के करीबी कहते हैं कि वो माफ कर सकते हैं, लेकिन भूलते नहीं। कुछ अधिकारियों ने सांसदों से मस्क की तारीफ में सोशल मीडिया पोस्ट डालने को भी कहा ताकि विवाद और न बढ़े।

क्या GOP बिल पर असर पड़ेगा?

यह सारा विवाद ऐसे समय हुआ है जब रिपब्लिकन पार्टी (GOP) का ये बड़ा टैक्स बिल संसद में पास होने की तैयारी में है। मस्क का प्रभाव पार्टी के खर्च पर नजर रखने वाले नेताओं पर काफी है। अब सवाल यह है कि मस्क की नाराज़गी कहीं इस बिल को ही रोक न दे।

हाउस स्पीकर माइक जॉनसन ने कहा कि उन्हें मस्क की नाराज़गी का अंदाज़ा नहीं था। उन्होंने मस्क से बातचीत को “सौहार्दपूर्ण और सकारात्मक” बताया लेकिन उसी के बाद मस्क ने सोशल मीडिया पर तीखा हमला बोल दिया।

First Published - June 5, 2025 | 12:33 PM IST

संबंधित पोस्ट