facebookmetapixel
अक्टूबर में निर्यात 11.8% घटकर 34.38 अरब डॉलर रहा; व्यापार घाटा बढ़कर 41.68 अरब डॉलर पर पहुंचाटैक्स सिस्टम में होगा ऐतिहासिक बदलाव! नए इनकम टैक्स कानून के तहत ITR फॉर्म जनवरी से होंगे लागूक्या पेंशनर्स को अब DA और दूसरे लाभ नहीं मिलेंगे? सरकार ने वायरल मैसेज की बताई सच्चाईदुबई से जुड़े Forex Scam का पर्दाफाश; निजी बैंक कर्मचारी समेत 3 गिरफ्तारIncome Tax: फ्रीलांसर्स और पार्ट-टाइम जॉब से कमाई करने वालों पर टैक्स को लेकर क्या नियम है?Groww की पैरेंट कंपनी का वैल्यूएशन ₹1 लाख करोड़ पार, शेयर इश्यू प्राइस से 78% उछलाबिहार में NDA की जीत से बदला मार्केट मूड! मोतीलाल ओसवाल ने कहा- ब्रांड मोदी बरकरार, शॉर्ट टर्म में दिखेगी तेजीUS Visa Bulletin December 2025: भारतीयों के लिए जरूरी खबर, EB-5 में भारतीयों की ग्रीन कार्ड वेटिंग हुई कम!सालभर में ₹150 से ₹5,087 तक पहुंचा ये शेयर, 18 नवंबर को देने जा रहा बोनस₹200 से कम कीमत वाले 4 स्टॉक्स पर मोतीलाल ओसवाल की BUY रेटिंग, 31% तक मिल सकता है रिटर्न

प्रतिबंधित TTP के 5,000 से 6,000 आतंकियों ने अफगानिस्तान में शरण ली हुई है: पाकिस्तानी अधिकारी

अफगानिस्तान में पाकिस्तान के विशेष प्रतिनिधि राजदूत आसिफ दुर्रानी ने देश में लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों के बीच यह दावा किया।

Last Updated- March 17, 2024 | 7:53 PM IST
pakistan
Representative Image

प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के लगभग 5,000 से 6,000 आतंकवादियों ने पड़ोसी अफगानिस्तान में शरण ली हुई है।

अफगानिस्तान में पाकिस्तान के विशेष प्रतिनिधि राजदूत आसिफ दुर्रानी ने देश में लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों के बीच यह दावा किया।

‘डॉन’ अखबार की खबर के मुताबिक, दुर्रानी शनिवार को इस्लामाबाद स्थित विचारक संस्था ‘पाकिस्तान इंस्टीट्यूट फॉर पीस स्टडीज’ (पीआईपीएस) द्वारा ‘अफगान शांति और सुलह : पाकिस्तान के हित और नीति विकल्प’ विषय पर आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि लगभग 5,000 से 6,000 टीटीपी आतंकवादी अफगानिस्तान में हैं। दुर्रानी ने कहा, ‘‘अगर हम उनके परिवारों को शामिल कर लें तो यह संख्या 70,000 तक पहुंच जाती है।’’

दुर्रानी ने कहा कि प्रतिबंधित टीटीपी के साथ पाकिस्तान की शांति वार्ता अतीत में विफल रही क्योंकि आतंकवादी समूह न तो आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार था और न ही पाकिस्तान के संविधान के प्रति निष्ठा की शपथ लेने के लिए तैयार था। उन्होंने कहा कि बातचीत में गतिरोध का एक अहम कारण यह भी था कि संगठन अपने द्वारा किए गए जघन्य अपराधों के लिए कानून का सामना नहीं करना चाहता।

First Published - March 17, 2024 | 7:53 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट