नवंबर में मौसम गर्म रहने के बाद ठंड बढ़ सकती है। हालांकि इस साल सर्दी कम पड़ने का अनुमान है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक दिसंबर से फरवरी के बीच देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है। इसके साथ ही इस अवधि में दक्षिणी प्रायद्वीप को छोड़कर अधिकतम तापमान भी सामान्य से अधिक रहने का अनुमान है।
आईएमडी का कहना है कि 1901 के बाद इस साल नवंबर सबसे गर्म नवंबर में से एक रहा। देश के उत्तरी और मध्य भागों विशेषकर पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, मध्य प्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ और उत्तरी ओडिशा के ठंड रहने वाले क्षेत्र में कम सर्दी फसलों विशेषकर गेहूं और दालों पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती हैं।
आईएमडी के निदेशक मृत्युंजय महापात्र ने कहा, ‘मुख्य ठंड यानी अगले तीन महीनों में अधिकतम और न्यूनतम दोनों ही तापमान की संभावना है।’ इस बीच, मौसम विभाग ने न केवल कम सर्दी की भविष्यवाणी की, बल्कि यह भी कहा कि देश के उत्तर-पश्चिम, मध्य, पूर्व और उत्तर-पूर्व के अधिकांश हिस्सों में सर्दियों के महीनों में शीत लहरों की संख्या भी सामान्य से कम हो सकती है।
महापात्र ने कहा, ‘आम तौर पर शीतलहर 5 से 6 दिनों तक चलती है, लेकिन अगर यह ‘सामान्य से नीचे’ होती है तो यह सिर्फ 2 से 4 दिनों की हो सकती है।’
प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार इस वर्ष रबी फसलों की बुआई मजबूती से शुरू हो गई है और 2 दिसंबर को समाप्त सप्ताह के दौरान गेहूं सहित अधिकांश फसलों का रकबा पिछले वर्ष की तुलना में अधिक है।
हालांकि सरसों का रकबा पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 5.25 फीसदी कम है। हालांकि सरकार कहना है कि अभी बोआई होने में समय है। इसलिए ज्यादातर फसलों का रकबा बुआई के सामान्य स्तर तक पहुंच सकता है।