प्रतीकात्मक तस्वीर
पंजाब, पश्चिम बंगाल, गुजरात और केरल विधानसभा की पांच सीट पर गुरुवार को उपचुनाव हुए, जिसमें पश्चिम बंगाल की कालीगंज सीट पर शाम पांच बजे तक सबसे अधिक करीब 70 प्रतिशत मतदान हुआ। अधिकारियों ने बताया कि मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे तक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने बताया कि कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर उपचुनाव शांतिपूर्ण रहा।
गुजरात, पश्चिम बंगाल और पंजाब में मौजूदा विधायकों की मृत्यु के कारण एक-एक सीट पर उपचुनाव कराना पड़ा जबकि दो विधायकों के इस्तीफे के कारण केरल और गुजरात की एक अन्य सीट पर उपचुनाव हुआ। एक निर्वाचन अधिकारी ने बताया, ‘मतदान शांतिपूर्ण रहा। निर्वाचन क्षेत्र में और इसके आसपास कहीं से भी किसी घटना की कोई खबर नहीं है। शाम पांच बजे तक 69.85 प्रतिशत मतदान हुआ।’
सूत्रों ने बताया कि मतदान प्रतिशत और बढ़ सकता है क्योंकि मतदान समय समाप्त होने के बाद भी मतदाताओं की कतारें लगी हुई थीं। स्वतंत्र एवं निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित करने के लिए पूरे निर्वाचन क्षेत्र में केंद्रीय बलों की चौदह कंपनियां तैनात की गई थीं। केरल के नीलांबुर निर्वाचन क्षेत्र में अपराह्न 3 बजे तक 59.68 प्रतिशत मतदान हुआ। उपचुनाव के लिए 263 मतदान केंद्र बनाए गए थे जहां सुबह से ही मतदाता पहुंचने लगे। इस निर्वाचन क्षेत्र के 2.32 लाख से अधिक लोग अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए पात्र थे।
गुजरात में विसावदर और कडी विधानसभा क्षेत्रों में शाम पांच बजे तक क्रमश: 54.61 प्रतिशत और 54.49 प्रतिशत मतदान हुआ। राज्य सरकार ने मतदान के लिए बृहस्पतिवार को दोनों निर्वाचन क्षेत्रों में सार्वजनिक अवकाश घोषित किया था। अनुसूचित जाति (एससी) उम्मीदवारों के लिए आरक्षित कडी सीट चार फरवरी को भाजपा विधायक करसन सोलंकी के निधन के बाद खाली हो गई थी। विसावदर उपचुनाव के लिए भाजपा ने किरीट पटेल को उम्मीदवार बनाया है जबकि कांग्रेस ने नितिन रणपरिया को मैदान में उतारा है।