facebookmetapixel
MSME को बड़ी राहत: RBI ने सस्ते कर्ज के लिए बदले नियम, ब्याज अब हर 3 महीने पर रीसेट होगानील मोहन से बिल गेट्स तक, टेक दुनिया के बॉस भी नहीं चाहते अपने बच्चे डिजिटल जाल में फंसेगोवा नाइटक्लब हादसे के बाद EPFO की लापरवाही उजागर, कर्मचारियों का PF क्लेम मुश्किल मेंSwiggy ने QIP के जरिए जुटाए ₹10,000 करोड़, ग्लोबल और घरेलू निवेशकों का मिला जबरदस्त रिस्पांससिडनी के बॉन्डी बीच पर यहूदी समारोह के पास गोलीबारी, कम से कम 10 लोगों की मौतऑटो इंडस्ट्री का नया फॉर्मूला: नई कारें कम, फेसलिफ्ट ज्यादा; 2026 में बदलेगा भारत का व्हीकल मार्केटDelhi Pollution: दिल्ली-NCR में खतरनाक प्रदूषण, CAQM ने आउटडोर खेलों पर लगाया रोकशेयर बाजार में इस हफ्ते क्यों मचेगी उथल-पुथल? WPI, विदेशी निवेशक और ग्लोबल संकेत तय करेंगे चालFPI की निकासी जारी, दिसंबर के 12 दिनों में ही ₹18 हजार करोड़ उड़ गएसस्ता टिकट या बड़ा धोखा? हर्ष गोयनका की कहानी ने खोल दी एयरलाइंस की पोल

Vande Bharat Express: जल्द चलेगी कश्मीर के लिए वंदे भारत

जम्मू से श्रीनगर तक चलेगी वंदे भारत एक्सप्रेस, यात्रा होगी सिर्फ 3 घंटे 10 मिनट की

Last Updated- January 08, 2025 | 10:29 PM IST
Vande Bharat Express

रेल मंत्रालय जल्द ही जम्मू से श्रीनगर को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस चलाने की तैयारी में है। सरकार के शीर्ष अधिकारियों ने बुधवार को कहा कि इसके लिए नियामक मंजूरी ली जा रही है। अधिकारी ने कहा, ‘रेलवे सुरक्षा आयुक्त आज उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक के कटरा-बनिहाल खंड का निरीक्षण पूरा करेंगे। ऐसा होने के बाद हम रेल लाइन किसी भी समय चालू कर सकते हैं।’

कटरा से श्रीनगर तक रेल से यात्रा करने में 3 घंटे 10 मिनट लगेंगे और मंत्रालय ने यूएसबीआरएल लाइन पर ट्रेन चलाने की समय सारिणी तैयार कर ली है। इसका उद्घाटन होने के बाद कटरा से सबेरे 8:10 बजे ट्रेन चलेगी और 11:20 बजे श्रीनगर पहुंचेगी।

कटरा बनिहाल खंड में ज्यादातर सुरंगें हैं, जिनका निर्माण हिमालयन टनलिंग मेथड से किया गया है। इस मार्ग के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस को ऐसा बनाया गया है,जिससे वह घाटी के जमा देने वाले तापमान का सहन कर सके। इसमें पानी की पाइपलाइन के लिए सिलिकन हीटिंग पैड का इस्तेमाल किया गया है। विंडशील्ड में हीटिंग एलीमेंट से लोको पॉयलट की देख पाने की क्षमता और ट्रेन की सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

चिनाब ब्रिज और कुछ अन्य बुनियादी ढांचे भूकंप की उच्च संभावना वाले जोन-5 में आते हैं। इसे देखते हुए पुल का निर्माण प्री लोडेड स्प्रिंग डैंपर्स का इस्तेमाल करके किया गया है, जिससे पुल, भूकंप के असर को सह सकेंगे।
इसी तरह से एक सेंट्रलाइज्ड टनल कंट्रोल सेंटर 97 किलोमीटर लंबी सुरंग की निगरानी करेगा, जिसमें टनल की स्थिति और भूकंप की गतिविधियां जानी जा सकेंगी।

अधिकारी ने कहा कि सरकार इस रेल लाइन पर गतिशक्ति कार्गो टर्मिनल विकसित करने का काम भी शुरू करेगी, जिससे घाटी में आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिल सके। अधिकारी ने यह भी कहा कि 120 वंदे भारत के निर्माण के अनुबंध से जुड़ा मसला सुलझ गया है।

First Published - January 8, 2025 | 10:29 PM IST

संबंधित पोस्ट