उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शुक्रवार से शुरू हो रहे ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (Global Investors Summit) के लिए देश-विदेश के बड़े उद्योगपति पहुंचने लगे हैं।
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट (जीआईएस ) का उद्घाटन शुक्रवार सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में करेंगे। उद्घाटन सत्र को उद्योगपति मुकेश अंबानी, कुमार मंगलम बिड़ला, आनंद महिंद्रा और के चंद्रशेखरन भी संबोधित करेंगे।
सम्मेलन में शनिवार को सहकारिता एवं एमएसएमई पर आयोजित तकनीकी सत्र में मुख्य अतिथि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह होंगे। रविवार को दोपहर में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वित्तीय मामलों पर आयोजित सत्र की मुख्य अतिथि होंगी जबकि इसी दिन शाम राष्ट्रपति के संबोधन के साथ जीआईएस का समापन होगा।
जीआईएस में तीन दिनों में 34 सत्र आयोजित किए जाएंगे जिनमें केंद्र सरकार के वरिष्ठ मंत्रियों के साथ क्षेत्र विशेष के उद्यमियों, विशेषज्ञों, सरकार के अधिकारियों के चर्चा होगी।
विभिन्न सत्रों में भाग लेने के लिए केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल, नितिन गडकरी, धर्मेंद्र प्रधान, हरदीप पुरी, अनुराग ठाकुर, राव इंद्रजीत सिंह, अश्विनी वैष्णव, जी किशन रेड्डी, स्मृति ईरानी, पशुपति कुमार पारस, मनसुख मंडाविया, राजीव चंद्रशेखर, ज्योतिरादित्य सिंधिया, पुरुषोत्तम रुपाला, अनुप्रिया पटेल सहित उत्तर प्रदेश सरकार के सभी वरिष्ठ मंत्री मौजूद रहेंगे।
जीआईएस के 16 पार्टनर देशों नीदरलैंड, डेनमार्क, सिंगापुर, जापान, दक्षिण कोरिया, आस्ट्रेलिया, यूएई, इटली, यूनाइटेड किंगडम और मारीशस से निवेशकों व उद्यमियों का पहुंचना गुरुवार से ही शुरु हो गया।
विदेशों की नामचीन कंपनियां गूगल, एप्पल, रोल्स रायस, सुजुकी, वालमार्ट, अमेजॉन, जॉनसन एंड जॉनसन फाइजर, मर्क, मर्सिडीज, लॉरेल और फिलिप्स के प्रतिनिधि उत्तर प्रदेश में निवेश की मंशा के साथ जीआईएस में हिस्सा लेने आ रहे हैं।
निवेशक सम्मेलन के दौरान विदेश की 304 कंपनियों के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे। इनमें यूएस की 53, यूएई की 16, फ्रांस व दक्षिण अफ्रीका की 13-13, जर्मनी की 15, बेल्जियम की 10, दक्षिण कोरिया की 10, कनाडा की 7, नीदरलैंड की 12, स्वीडन व मॉरीशस की 8-8, ब्राजील की 14, मैक्सिको की 9, इजरायल की 14 तो ऑस्ट्रेलिया की 15 कंपनियां शामिल हैं।
आयोजन की व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि शहर के 100 होटलों में जीआईएस के मेहमानों को ठहराया जा रहा है। जबकि समारोह स्थल वृंदावन मैदान पर ही टेंट सिटी बनायी गयी है जिसमें पांच सितारा सुविधाएं मौजूद हैं। टेंट सिटी में 750 लोगों के ठहरने का इंतजाम होगा। इसका प्रयोग जीआईएस के बाद होने वाले जी-20 सम्मेलन के लिए भी किया जाएगा।
राजधानी के बड़े होटलों में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच विशिष्ट मेहमानों के ठहरने की व्यवस्था की गयी है। मेहमानों के आवागमन के लिए लग्जरी गाड़ियों का काफिला मंगाया है।
प्रदेश सरकार ने जीआईएस में आने वाले बड़े कारपोरेट व अन्य मेहमानों के लिए दिल्ली, चंडीगढ़ से 1750 गाड़ियां मंगवाई है। इसमें जगुआर, रेंज रोवर जैसी 800 लग्जरी गाड़ियों का काफिला भी शामिल है।