पिछले कई दिनों से मौसम विज्ञानी जल्द ही बारिश होने का अनुमान लगा रहे हैं। बुधवार को भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने अपने ताजा अनुमान में कहा था कि अगले 48 घंटे में केरल में मॉनसून दस्तक देगा लेकिन बिपोरजॉय चक्रवात के कारण थोड़ी सुस्ती देखने को मिल सकती है। लेकिन, आज केरल में मॉनसून का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया। पिछले 24 घंटों में, दक्षिण पूर्व अरब सागर में बादल छाए हुए हैं और इस दौरान केरल में जमकर बरसात हो रही है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कहा कि दक्षिण पश्चिम मॉनसून की बारिश 1 जून को अपनी सामान्य शुरुआत से सात दिनों की देरी के बाद गुरुवार को केरल पहुंचा।
‘दक्षिण पश्चिम मॉनसून (Southwest Monsoon) दक्षिण अरब सागर के शेष हिस्सों और मध्य अरब सागर के कुछ हिस्सों, पूरे लक्षद्वीप क्षेत्र, केरल के अधिकांश हिस्सों, दक्षिण तमिलनाडु के कुछ हिस्सों, कोमोरिन (Comorin ) क्षेत्र के शेष हिस्सों, मन्नार की खाड़ी और कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है। IMD ने अपने मौसम अपडेट में कहा कि जो मॉनसून 1 जून, 2023 को ही आना था वह दक्षिण पश्चिम, मध्य और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी में आज, यानी 8 जून 2023 को एक सप्ताह की देरी के साथ आया है।
IMD ने कहा, ‘इन सभी प्रमाणित स्थितियों को ध्यान में रखते हुए, दक्षिण पश्चिम मॉनसून आज, 08 जून, 2023 को केरल में आ गया है।’
अगले 48 घंटों में किन जगहों पर होगी बारिश
अगले 48 घंटों के दौरान मध्य अरब सागर के और हिस्सों, केरल के शेष हिस्सों, तमिलनाडु के कुछ और हिस्सों, कर्नाटक के कुछ हिस्सों और दक्षिण-पश्चिम के कुछ और हिस्सों, मध्य और पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी और पूर्वोत्तर राज्यों के कुछ हिस्सों में मॉनसून के लिए परिस्थितियां अनुकूल हैं।
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पिछले साल पहले आ गया था मॉनसून
मई माह के मध्य में, IMD ने कहा था कि मॉनसून 4 जून तक केरल में आ सकता है।
दक्षिण-पूर्व मॉनसून पिछले साल 29 मई, 2021 में 3 जून, 2020 में 1 जून, 2019 में 8 जून और 2018 में 29 मई को पहुंचा था।
IMD ने जताई सामान्य बारिश की उम्मीद
IMD ने पहले कहा था कि अल नीनो के बावजूद दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के मौसम में ज्यादा असर नहीं पड़ेगा और भारत में सामान्य बारिश होने की उम्मीद है।
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उत्तर पश्चिम भारत में सामान्य से कम बारिश होने की उम्मीद है। मध्य और दक्षिण प्रायद्वीप में सामान्य मात्रा में वर्षा होगी। इसके दीर्घावधि औसत (एलपीए) के 94 से 106 प्रतिशत के बीच यानी 87 सेंटीमीटर रहने की उम्मीद है।
वर्षा सामान्य है या नहीं, यह निर्धारित करने के लिए मौसम विशेषज्ञ लंबी अवधि की औसत (LPA) नामक एक संख्या का उपयोग करते हैं। अगर इस संख्या के 96 से 104 प्रतिशत के बीच वर्षा होती है, तो इसे सामान्य माना जाता है। 90 प्रतिशत से कम बारिश को कम माना जाता है, 90 से 95 प्रतिशत के बीच सामान्य से थोड़ी कम, 105 से 110 प्रतिशत के बीच सामान्य से थोड़ी अधिक और 100 प्रतिशत से अधिक बहुत अधिक बारिश है।