दिन खत्म होते ही एक व्यक्ति अपने मैनेजर के केबिन में जाता है। वह अपना लैपटॉप उठाकर टेबल पर रख देता है। उसके बाद वह अपने स्मार्टफोन से सिमकार्ड निकालकर उसे भी टेबल पर रख देता है। फिर अपने मैनेजर को अलविदा कहते हुए छुट्टी पर निकल जाता है।
यह कोई फिल्मी कहानी का दृश्य नहीं है बल्कि यह एयू स्मॉल फाइनैंस बैंक (एसएफबी) में किसी महत्त्वपूर्ण ओहदे वाले अधिकारी के लिए छुट्टी लेने की आवश्यक प्रक्रिया है। एयू एसएफबी के मानव संसाधन विभाग के प्रमुख विवेक त्रिपाठी ने बताया कि उन्हें अपना सिम कार्ड और लैपटॉप बैंक में जमा कराना पड़ता है ताकि कामकाज के सिलसिले में उनसे कोई संपर्क न कर सके।
फैंटसी गेमिंग प्लेटफॉर्म ड्रीम11 ने इसके लिए एक अलग रणनीति अपनाई है। हाल में उसने घोषणा की थी कि यदि कोई कर्मचारी अपने सहकर्मी को ‘अनप्लग लीव’ यानी छुट्टियों के दौरान परेशान करता है तो उसे 1 लाख रुपये का जुर्माना देना होगा। कंपनी का कहना है कि इस छुट्टी का लाभ उठाने वालों को ईमेल, स्लैक और व्हाट्सऐप ग्रुप सहित काम से जुड़े सभी संचार माध्यमों से लॉग आउट कर दिया जाता है।
इन दो फर्मों में काम और अवकाश के बीच सीमा का निर्धारण एक महत्त्वपूर्ण प्रवत्ति का संकेत है। भारतीय उद्योग जगत यह सुनिश्चित कर रहा है कि मैनेजर अपने सहकर्मी के व्यक्तिगत समय के महत्त्व को समझें। इसलिए छुट्टियों के दौरान कोई सवाल न पूछे जाने और परेशान न करने वाली नीतियों पर अमल किया जा रहा है।
एचडीएफसी अर्गो की प्रमुख (मानव संसाधन) सुदक्षिणा भट्टाचार्य ने कहा कि सामान्य बीमा कंपनी अनेक कर्मचारियों को छुट्टियों के दौरान परेशान नहीं करती है। उन्होंने कहा, ‘कार्य दिवसों के दौरान भी हमने प्रबंधकों को संवेदनशील बनाया है। उन्हें बताया गया है कि यदि कोई गंभीर आपात स्थिति न हो तो वे अपनी टीम के सदस्यों को शाम 7 बजे के बाद फोन न करें।’
बेंगलूरु की ई-टेलर फर्म मीशो अपने यहां 11 दिनों का रिफ्रेश एवं रिचार्ज अवकाश देती है। कंपनी अपनी वार्षिक त्योहारी बिक्री आयोजन के ठीक बाद इस प्रकार का अवकाश देती है। मीशो के प्रमुख (मानव संसाधन) आशिष कुमार सिंह ने कहा, ‘हम कामकाज और जीवन में संतुलन पर ध्यान देते हैं। हम समय-समय पर यह देखने की कोशिश करते हैं कि कर्मचारी सप्ताहांत या छुट्टियों पर काम कर रहे हैं या नहीं और उसी के आधार पर सुधार के उपाय करते हैं।’
फर्म असीमित वेलनेस ऑफ भी प्रदान करती है और संचार के लिए व्हाट्सऐप के बजाय स्लैक का उपयोग करती है। कंपनी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि मौजूदा भाग-दौड़ के वातावरण में व्यक्तिगत और व्यावसायिक प्रतिबद्धताएं अलग-अलग रहें। जेप्टो की प्रमुख (मानव संसाधन) रोमा बिंद्रू भी इसे समझती हैं। उन्होंने कहा, ‘हम कर्मचारियों को न केवल उचित अवकाश देना चाहते हैं बल्कि यह भी सुनिश्चित करना चाहते हैं कि वे कम से कम परेशानी के साथ उस समय का भरपूर आनंद ले सकें।’
मुंबई की यह फर्म 10 मिनट में किराने के सामान की डिलीवरी का वादा करती है। कंपनी अपने कर्मचारियों के लिए एक छुट्टी प्रतिपूर्ति नीति तैयार की है। इसके तहत आवास, अनुभव और भोजन को कवर करते हुए काम के घंटों में लचीलापन सुनिश्चित किया गया है। रैंडस्टैड इंडिया के अक्टूबर 2022 के एक अध्ययन के अनुसार, ऐसे कार्यों की बेहद आवश्यकता है क्योंकि 35 से 40 फीसदी कर्मचारी अपने बॉस से छुट्टी मांगते समय चिंतित महसूस करते हैं।
अवकाश की योजना
अवकाश के मामले में कर्मचारियों को अधिक स्वायत्तता दिए जाने की एक अन्य प्रवृत्ति भी दिख रही है। कई फर्मों के लिए ‘कब और क्यों’ पुरानी बात हो चुकी है अब केवल ‘कितने समय’ पर ध्यान दिया जाता है। पुणे की सॉफ्टवेयर सेवा कंपनी एमडॉक्स इंडिया अपने असीमित पेड अवकाश कार्यक्रम के साथ छुट्टी लेने में हिचकिचाहट को दूर करने पर काम कर रही है।
एमडॉक्स इंडिया के प्रमुख (क्षेत्रीय एचआर-भारत एवं एपीएसी) लिनेट डीसिल्वा ने कहा, ‘इस कार्यक्रम का आधार एमडॉक्स के हरेक कर्मचारी के उस निर्णय में हमारा भरोसा है कि वे अपने कामकाजी जीवन का बेहतरीन प्रबंधन करना जानते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि असीमित अवकाश का मॉडल कर्मचारियों को उनकी आवश्यकताओं के अनुसार समय निकालने और छुट्टी के दौरान काम से पूरी तरह अलग रहने के लिए प्रोत्साहित करता है।’कार मालिकों के लिए सुपर ऐप पार्क+ के मुख्य तकनीकी अधिकारी (सीटीओ) हितेश गुप्ता ने भी इसका समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘एक एम्प्लॉयी फर्स्ट स्टार्टअप के तौर पर हम छुट्टियों के लिए बिना किसी सवाल-जवाब के साथ अपने प्रतिभा पूल का समर्थन करते हैं।’
असीमित का मूल्य
हाल में माइक्रोसॉफ्ट ने अपने अमेरिकी स्थायी कर्मचारियों को असीमित पेड अवकाश देने की पेशकश की है। कुछ लोगों ने एक समाधान के तौर पर इसकी सराहना की है जबकि कुछ अन्य लोगों की अलग राय है। ब्रीफकेस के व्यवहार वैज्ञानिक आनंद दमानी ने कहा कि भले ही असीमित अवकाश एक अच्छा विचार है लेकिन अधिकतर कर्मचारियों के लिए वह काम नहीं करता है। इससे कर्मचारियों के लिए अवकाश संबंधी निर्णय लेना मुश्किल हो जाएगा क्योंकि उन्हें लगेगा कि दूसरे क्या सोचेंगे। उन्होंने कहा, ‘यदि अवकाश नहीं लिया गया तो उसे भुनाया जा सकता है।’
एचडीएफसी अर्गो की भट्टाचार्य भी इससे सहमत हैं। उन्होंने कहा, ‘असीमित का नतीजा अक्सर उत्पादक नहीं होता है। विचार यह है कि कामकाज और व्यक्तिगत जीवन में संतुलन स्थापित करते हुए दोनों को बराबर प्राथमिकता दी जानी चाहिए।’ यही कारण है कि कुछ कंपनियां विशेष उद्देश्य के साथ असीमित अवकाश की पेशकश कर रही हैं।
कोलकाता की कंपनी आईटीसी अपने कर्मचारियों को वार्षिक छुट्टियों के अलावा स्वास्थ्य संबंधी कारणों के लिए असीमित अवकाश प्रदान करती है। आईटीसी के प्रमुख (कॉरपोरेट मानव संसाधन) अमिताभ मुखर्जी ने कहा, ‘हमारा नजरिया कर्मचारी को ठीक होने के लिए आवश्यक समय उपलब्ध कराना और सबसे अच्छी चिकित्सा सुविधा मुहैया कराना है।’
मुंबई के रियल एस्टेट रहेजा ग्रुप की प्रमुख (मानव संसाधन) उर्वी आराध्या ने कहा कि उनकी कंपनी स्वास्थ्य संबंधी समस्या वाले लोगों को असीमित पेड अवकाश प्रदान करती है लेकिन उन्हें नहीं लगता कि सार्वभौमिक असीमित पेड अवकाश की आवश्यकता है। उन्होंने कहा, ‘यदि आप छुट्टी पर हैं तो काम प्रभावित होगा अथवा आपका काम करने वाले किसी अन्य को उसका खमियाजा भुगतना पड़ेगा। यह किसी भी तरह से संगठन के लिहाज से उपयुक्त नहीं है।’
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मैनेजर की भूमिका
इस बीच, छुट्टी मांगने वाले लोगों को अन्य सहकर्मियों से दबाव का सामना करना पड़ता है। पिछले साल एक मेन ग्रूमिंग कंपनी के प्रमुख ने कहा था कि फ्रेशर्स को कामकाज और जीवन में संतुलन तलाशने के बजाय उन्हें दिन में 18 घंटे काम करना चाहिए। इस पर काफी हंगामा हुआ था। वैश्विक सलाहकार, ब्रोकिंग एवं समाधान फर्म डब्ल्यूटीडब्ल्यू के कंसल्टिंग लीडर राजुल माथुर ने कहा कि जहां तक छुट्टी प्रदान करने की बात है तो किसी संगठन की नीतियों को लागू करने में उसके लाइन मैनेजरों की भूमिका महत्त्वपूर्ण होती है।
हेल्थ-टेक फर्म प्रोविडेंस इंडिया का कहना है कि एक संरचित अवकाश नीति तैयार किए जाने से नियोक्ता और कर्मचारी दोनों को मदद मिलती है। फुल सर्विस विमानन कंपनी विस्तारा भी अपने कर्मचारियों को पहले से तय छुट्टी लेने और अपने मानसिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य की देखभाल के लिए समय निकालने के लिए प्रोत्साहित करती है।