सरकार ने मंगलवार को लोकसभा को बताया कि पिछले तीन वर्ष में खेलो इंडिया योजना के तहत आवंटित 1,775.77 करोड़ रुपये में से 1,677.87 करोड़ रुपये खर्च किये गए। लोकसभा में पी वी मिथुन रेड्डी के प्रश्न के लिखित उत्तर में युवा कार्यक्रम और खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने यह जानकारी दी।
सदस्य ने खेलो इंडिया योजना का उद्देश्य पूछा था और पिछले तीन वर्ष में इसके तहत खर्च का ब्योरा मांगा था। इस पर, ठाकुर ने बताया कि देश में खेल का दायरा बढ़ाने और ग्रामीण क्षेत्रों में छिपी प्रतिभाओं का पता लगाने के लिए खेलो इंडिया कार्यक्रम शुरू किया गया था।
केंद्रीय खेल मंत्री द्वारा सदन में पेश आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2019-20, 2020-21 और 2021-22 के दौरान खेलो इंडिया योजना के तहत 1,775.77 करोड़ रुपये आवंटित किये गए जिसमें से 1,677.87 करोड़ रुपये खर्च हुए।
अनुराग ठाकुर ने बताया कि खेलो इंडिया योजना के तहत राष्ट्रीय स्तर की कार्यकारी समिति (NLIC) के माध्यम से योजना की निगरानी का प्रावधान है। केंद्रीय मूल्यांकन और निगरानी प्रणाली स्थापित करने के लिए NLIC की अध्यक्षता खेल विभाग के सचिव करते हैं।