PM Modi China Visit: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के तियानजिन में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन से पहले चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय बातचीत कर रहे हैं। यह बैठक ऐसे समय में हो रही है, जब अमेरिका ने टैरिफ लगाए हैं और चीन के अमेरिका के साथ संबंध अस्थिर हैं।
Sharing my remarks during meeting with President Xi Jinping. https://t.co/pw1OAMBWdc
— Narendra Modi (@narendramodi) August 31, 2025
पीएम मोदी शनिवार को SCO के वार्षिक सम्मेलन में भाग लेने तियानजिन पहुंचे। यह मोदी की चीन यात्रा पिछले सात साल और गलवान झड़प के बाद पहली है।
चीन पहुंचने पर मोदी का भारतीय समुदाय ने “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारे लगाकर स्वागत किया। इसके बाद पीएम मोदी ने होटल में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय शास्त्रीय वाद्ययंत्र जैसे सितार, संतोरी और तबला पर चीनी कलाकारों के संगीत प्रदर्शन का आनंद लिया।
गलवान झड़प के बाद पहली मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्टूबर 2024 में रूस के काज़ान में ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से आखिरी बार मिले थे। अब पीएम मोदी 2020 में गलवान घाटी में हुई हिंसक झड़प के बाद चीन की अपनी पहली यात्रा पर हैं।
पीएम मोदी की चीन यात्रा से पहले उनके रूस दौरे पर राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से भी मुलाकात की संभावना है। शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन की शुरुआत रविवार को शी जिनपिंग द्वारा आयोजित आधिकारिक भोज से होगी।
भारत-चीन संबंधों में सुधार की उम्मीद
भारत–चीन संबंध जून 2020 में गलवान घाटी की झड़प के बाद काफी प्रभावित हुए थे। इस झड़प में दोनों पक्षों के सैनिक शहीद हुए और दशकों पुरानी विश्वास की नींव हिल गई। लद्दाख में चीन की लगातार सीमा घुसपैठ और आक्रामक रुख से भरोसा कमजोर हुआ।
भारत ने इसका जवाब सैन्य तैनाती, चीनी ऐप्स पर प्रतिबंध और निवेश पर सख्त निगरानी से दिया। हालांकि व्यापार जारी रहा, लेकिन रणनीतिक रिश्ते बिगड़े और भारत अमेरिका और क्वाड देशों के करीब हुआ।
अब, अमेरिकी प्रशासन के अप्रत्याशित कदम के कारण चीन और भारत एक बार फिर कूटनीतिक रिश्ते सुधारने की दिशा में काम कर रहे हैं, ताकि अमेरिका के टैरिफ नीति का सामना किया जा सके।