प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को बिहार के मोतीहारी जिले से राज्य के लिए कई बड़ी विकास परियोजनाओं की शुरुआत की। इस दौरान उन्होंने कुल ₹7,200 करोड़ की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया, जिसमें रेलवे, सड़क, मछली पालन और आईटी जैसे क्षेत्रों की योजनाएं शामिल थीं। उनके साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी भी मंच पर मौजूद थे। यह दौरा ऐसे समय में हुआ है जब राज्य में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं, लिहाजा इसे राजनीतिक दृष्टि से भी अहम माना जा रहा है।
प्रधानमंत्री ने अपने दौरे की शुरुआत मोतीहारी में एक भव्य रोड शो से की, जिसमें वे खुले वाहन में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के साथ नजर आए। सड़कों के किनारे खड़े लोगों ने उनका फूलों से स्वागत किया और ‘मोदी-मोदी’ के नारे लगाए। इस जनसंपर्क के जरिए उन्होंने राज्य की जनता को यह संदेश देने की कोशिश की कि केंद्र सरकार बिहार के विकास को लेकर कितनी गंभीर है।
रेलवे क्षेत्र में उन्होंने चार नई अमृत भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। ये ट्रेनें राजेन्द्र नगर (पटना) से नई दिल्ली, बापूधाम मोतीहारी से आनंद विहार (दिल्ली), दरभंगा से लखनऊ (गोमती नगर) और मालदा टाउन से लखनऊ (गोमती नगर) के बीच चलेंगी। इन ट्रेनों का उद्देश्य न केवल लंबी दूरी की यात्रा को सुविधाजनक बनाना है, बल्कि छोटे शहरों और कस्बों को बड़े शहरों से जोड़कर आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देना है।
इसके अलावा, उन्होंने कई रेल परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास भी किया। इनमें समस्तीपुर–बछवाड़ा सेक्शन पर ऑटोमैटिक सिग्नलिंग, दरभंगा–थलवारा और समस्तीपुर–रामभद्रपुर रेल लाइनों का दोहरीकरण, पाटलिपुत्र में वंदे भारत ट्रेनों की देखरेख के लिए नया केंद्र और भटनी–छपरा ग्रामीण रूट पर सिग्नलिंग सिस्टम शामिल हैं। सबसे बड़ी परियोजना के रूप में उन्होंने दरभंगा–नरकटियागंज रेल लाइन के दोहरीकरण का शिलान्यास किया, जिसकी लागत ₹4,080 करोड़ बताई गई है।
सड़क क्षेत्र में भी बिहार को कई सौगातें मिलीं। प्रधानमंत्री ने आरा बायपास के फोर लेन बनने की आधारशिला रखी, जो NH-319 और NH-922 को जोड़ेगा। इस परियोजना से न केवल यात्रा का समय घटेगा बल्कि औद्योगिक और व्यवसायिक गतिविधियों को भी रफ्तार मिलेगी। साथ ही, उन्होंने पररिया से मोहनिया तक NH-319 के फोर-लेन हिस्से का उद्घाटन किया और NH-333C पर सरवन से चकाई तक बनी नई सड़क को जनता को समर्पित किया, जिससे बिहार और झारखंड के बीच आवागमन बेहतर होगा।
तकनीकी क्षेत्र में भी बिहार को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने दरभंगा में एक नया सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क और पटना में एक स्टार्टअप इनक्यूबेशन सेंटर की शुरुआत की। इसके जरिए राज्य के युवाओं को आईटी और स्टार्टअप जगत में रोजगार के नए अवसर मिल सकेंगे। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत कई मछली पालन परियोजनाएं भी शुरू की गईं, जिनसे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलने की उम्मीद है।
बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। हालांकि चुनाव आयोग ने अभी तारीखों की घोषणा नहीं की है, लेकिन राजनीतिक दलों की तैयारियां तेज हो गई हैं। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा और विकास परियोजनाओं की यह झड़ी साफ तौर पर एनडीए की चुनावी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है। एनडीए में भाजपा, जदयू और लोजपा शामिल हैं, जबकि विपक्षी INDIA गठबंधन में राजद, कांग्रेस और वाम दल जैसे प्रमुख घटक मौजूद हैं। अब देखना यह होगा कि विकास की ये घोषणाएं वोटों में कैसे तब्दील होती हैं।