केंद्र सरकार और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित राज्यों की सरकारों ने बुधवार को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के 11 सालों की उपलब्धियों को रेखांकित करना जारी रखा और प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया पर अपनी सरकार की ‘अधोसंरचना क्रांति’ का ब्योरा जारी किया। मोदी ने एक्स पर लिखा, ‘अधोसंरचना क्रांति को 11 वर्ष हो गए हैं और असाधारण अधोसंरचनाओं ने देश की वृद्धि के दायरे को बढ़ाया है। रेलवे से लेकर राजमार्ग, बंदरगाह से लेकर हवाई अड्डों तक भारत का तेजी से विकसित होता अधोसंरचना नेटवर्क जीवन की सहजता बढ़ा रहा है और समृद्धि ला रहा है।’
एक अन्य पोस्ट में उन्होंने लिखा, ‘भारत अगली पीढ़ी की अधोसंरचनाओं पर जोर दे रहा है जिन्हें टिकाऊ और दीर्घकालिक नजरिये से आगे बढ़ाया जा रहा है।’ हाल ही में शुरू की गई पत्र सूचना कार्यालय (पीआईबी) रिसर्च द्वारा तैयार एक दस्तावेज के मुताबिक सरकार ने प्रगति (प्रोएक्टिव गवर्नेंस ऐंड टाइमली इंप्लीमेंटेशन) प्लेटफॉर्म की क्षमताओं की ओर भी संकेत किया जो अधोसंरचना परियोजनाओं में तेजी ला रहा है।
बताया गया कि प्रगति की ताजा बैठक 29 मई को हुई जिसकी अध्यक्षता प्रधानमंत्री ने की। मार्च 2015 में आरंभ होने के बाद यह इसकी 47वीं बैठक थी। बताया गया कि इसकी शुरुआत के बाद से प्रगति ने 363 परियोजनाओं की समीक्षा की है। यह प्रधानमंत्री को सरकार के सचिवों और राज्यों के मुख्य सचिवों से वीडियोकांफ्रेंस के जरिये सीधे जोड़ता है।
सरकार ने सामने आने वाली बाही चुनौतियों का भी जिक्र किया। फिर चाहे वह 2016 में उरी सर्जिकल स्ट्राइक के साथ पाक समर्थित आतंकवाद का उत्तर हो, 2019 में बालाकोट स्ट्राइक हो या 2025 में ऑपरेशन सिंदूर हो। उसने नक्सलवाद जैसी आंतरिक चुनौती से निपटने के बारे में भी बताया। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि अगले वर्ष मार्च तक नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने का प्रधानमंत्री मोदी का लक्ष्य पूरा होने किया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ में गत डेढ़ वर्षों में 425 माओवादी मारे गए हैं। 1,388 अन्य ने समर्पण किया है तथा 1,443 को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों ने बासवराजू और सुधाकर जैसे प्रमुख नक्सलियों को मार कर माओवाद की कमर तोड़ दी है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में वाम चरमपंथ प्रभावित जिलों की संख्या 2014 के 100 से घटकर केवल 18 रह गई है।
बुधवार को ही कांग्रेस ने कहा कि केंद्र के 11 साल के कार्यकाल में ‘जन विरोधी नीतियां’ ही उसकी पहचान रही हैं। कांग्रेस महासचिव और छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ने एक हालिया रिपोर्ट के हवाले से आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की सरकार ने कुंभ में हुई भगदड़ में मरने वालों की तादाद छिपाई है।