facebookmetapixel
डीलरों के स्टॉक प्रबंधन के लिए OEM करेंगे वाहन डेटा पर आधारित आपूर्तिरेटिंग एजेंसियों का अनुमान: राजकोषीय घाटे का लक्ष्य हासिल कर लेगी सरकारE20 फ्यूल विवाद पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने तोड़ी चुप्पी, कहा- पेट्रोल लॉबी ‘अमीर व मजबूत’चार बार में 39,760 करोड़ खर्च! अब Infosys करने जा रही 5वां बायबैक, निवेशकों की निगाहें टिकींगिग अर्थव्यवस्था में महिलाओं की बढ़ती भागीदारी, घर की आर्थिक धुरी बन रहीं महिलाएंPM मोदी ने इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी से फोन पर की बात, यूक्रेन समेत कई अहम मुद्दों पर हुई चर्चाStocks to watch today: Bajaj Finserv से लेकर Mazagon और Jupiter Wagons तक, आज इन 10 स्टॉक्स पर रखें नजर2 Maharatna PSU Stocks समेत इन 3 स्टॉक्स को खरीदने की सलाह, ब्रोकरेज ने दिए ₹4,880 तक के टारगेटStock Market Today: गिफ्ट निफ्टी से सपाट संकेत, वैश्विक बाजारों में मिलाजुला रुख; आज कैसी रहेगी बाजार की चाल?खरीदारी पर श्राद्ध – जीएसटी की छाया, मॉल में सूने पड़े ज्यादातर इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर

सरकार नैशनल डीपवाटर एक्सप्लोरेशन मिशन के तहत गहरे पानी में तेल और गैस की खोज पर कर रही विचार

सरकार नैशनल डीपवाटर एक्सप्लोरेशन मिशन के तहत गहरे पानी में तेल-गैस अन्वेषण कोष बनाने पर विचार कर रही है और ओआईएल ने केजी व महानदी बेसिन में क्षेत्र सुरक्षित किए।

Last Updated- August 17, 2025 | 9:52 PM IST
Deepwater Exploration Mission
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

National Deep Water Exploration Mission: सरकार गहरे पानी और अति-गहरे पानी वाले क्षेत्रों में रणनीतिक तेल और गैस अन्वेषण की कवायदों को समर्थन देने के लिए नैशनल डीप वाटर एक्सप्लोरेशन मिशन के तहत एक कोष स्थापित करने पर विचार कर रही है।

इस योजना की रूपरेखा को अभी अंतिम रूप दिया जाना बाकी है, जिसमें कोष का आकार और इसका स्रोत भी शामिल है। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए ओआईएल के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक रंजीत रथ ने कहा, ‘प्रधानमंत्री ने नैशनल डीपवाटर एक्सप्लोरेशन मिशन पर जोर दिया है, जिसके तहत गहरे जल और अत्यंत गहरे जल में रणनीतिक अन्वेषण के लिए एक कोष निर्धारित किया जाना है। ऑयल इंडिया इसके लिए प्रतिबद्ध है।’

उन्होंने कहा कि ओपन एकरेज लाइसेंसिंग पॉलिसी (ओएएलपी) बोली के नौवें दौर के तहत ओआईएल ने महानदी और केजी बेसिन में गहरे पानी और अति-गहरे पानी के अन्वेषण क्षेत्रों में 40,000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पहले ही सुरक्षित कर लिया है और कंपनी बहुत जल्द ही भूकंपीय 3डी और 2डी डेटा पेश करने जा रही है।

रथ ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने नैशनल क्रिटिकल मिनरल मिशन पर जोर दिया है, जिसके तहत अन्वेषण और उत्पादन बढ़ाने के लिए ऑयल इंडिया सहित चिह्नित सार्वजनिक उपक्रमों के साथ विदेशी परिसंपत्तियों के अधिग्रहण के लिए एक कोष की पहचान पहले ही की जा चुकी है। कंपनी राष्ट्रीय प्राथमिकताओं के अनुरूप ऐसे विविध विकल्पों पर काम कर रही है। उन्होंने कहा, ‘हमने हाल ही में महत्त्वपूर्ण खनिजों का विविधीकरण किया है। हमें दो ब्लॉक मिले हैं, जिनमें अरुणाचल प्रदेश के ग्रेफाइट और वैनेडियम ब्लॉक और राजस्थान का पोटाश ब्लॉक शामिल है। हम विदेश में महत्त्वपूर्ण खनिज के अधिग्रहण पर भी काम कर रहे हैं।’

रथ ने कहा कि कंपनी उत्पादन लक्ष्य पूरा करने की राह में है लेकिन अभी बहुत कुछ किए जाने की जरूरत है। ओआईएल प्राथमिक रूप से ऊपरी असम में काम करती है, जहां प्राकृतिक गैस का बाजार सीमित है। उन्होंने भाखरी टिब्बा डिस्कवर्ड स्माल फील्ड (डीएसएफ) ब्लॉक के तेजी से मुद्रीकरण का लक्ष्य हासिल करने के लिए ओआईएल के दल को शुभकामनाएं दी है।

First Published - August 17, 2025 | 9:52 PM IST

संबंधित पोस्ट