मुंबई से गोवा की यात्रा अब और सुगम होने वाली है क्योंकि इसी साल के अंत तक मुंबई-गोवा हाईवे का काम पूरा हो जाएगा। इस हाईवे को महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र के विकास का महामार्ग माना जा रहा है। यह महामार्ग कोंकण के 66 पर्यटन स्थलों को जोड़ेगा। फलों और दूसरे उत्पादों को बाजार तक पहुंचाना भी आसान हो जाएगा।
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने पलास्पे-इंदुपुर राष्ट्रीय राजमार्ग और अन्य मार्गों को पक्का करने के लिए पनवेल में आयोजित भूमि पूजन समारोह के दौरान कहा कि काफी समय से रुका मुंबई-गोवा राजमार्ग का काम इस साल दिसंबर तक पूरा हो जाएगा, जिससे राज्य के कोंकण क्षेत्र में विकास को बड़ी गति मिलेगी। उन्होंने कहा कि ठेकेदार की समस्याओं, भूमि अधिग्रहण, मंजूरियों जैसे मुद्दों के कारण राज्य के कोंकण क्षेत्र में कई काम रुके हुए हैं।
इस दौरान गडकरी ने 13,000 करोड़ रुपये की लागत से मोरबे-करंजदे सड़क के निर्माण की भी घोषणा की। यह सड़क जवाहरलाल नेहरू बंदरगाह से होकर जाएगी और मुंबई तथा दिल्ली के बीच की दूरी को घटाकर 12 घंटे कर देगी। इसके अलावा 1,200 करोड़ रुपये से कालम्बोली जंक्शन और 1,200 करोड़ रुपये से पगोडे जंक्शन पर भी काम जल्द ही शुरू होगा।
गडकरी ने कहा कि मुंबई-गोवा राजमार्ग, महाराष्ट्र के कोंकण में 66 पर्यटन स्थलों को जोड़ता है। इससे विकास को बहुत बढ़ावा मिलेगा। यह फलों के लिए प्रसिद्ध क्षेत्र से फलों और अन्य उत्पादों का जल्द परिवहन भी सुनिश्चित करेगा।
विकास कार्यों की खुशी के साथ लोगों ने बढ़ते टोल पर नाराजगी भी जताई। गौरतलब है कि मुंबई-पुणे नए एक्सप्रेस-वे पर टोल टैक्स बढ़ाने के साथ ही महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास बोर्ड ने पुराने मुंबई-पुणे हाईवे पर भी टोल बढ़ाने का निर्णय किया है।
आगामी एक अप्रैल से यहां के टोल टैक्स में 18 फीसदी की वृद्धि करने का प्रस्ताव पारित किया है। एमएसआरडीसी के अधिकारियों ने बताया कि टोल में सालाना छह फीसदी की वृद्धि होती है, जो हर तीन साल बाद कुल 18 फीसदी हो जाता है, जैसा कि 9 अगस्त 2004 की एक सरकारी अधिसूचना में बताया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि टोल 2030 तक समान रहेगा क्योंकि तीन साल बाद 2026 में इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। करीब 95 किलोमीटर लंबा व छह लेन वाला मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे 2002 में पूरी तरह से वाहनों के लिए खोल दिया गया था। रोजाना करीब 1.5 लाख लोग एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करते हैं।