facebookmetapixel
₹76 हजार करोड़ की लागत से बन रहा वधावन बंदरगाह बनेगा दुनिया का टॉप 10 डीप-सी पोर्ट, 2028 तक होगा तैयारGold ETF पर निवेशक लट्टू! अगस्त में इनफ्लो 74.36% उछलकर ₹2,190 करोड़ पर आया; चौथे महीने भी जारी रहा पॉजिटिव ट्रेंडऑनलाइन गेमिंग बैन का असर! Dream11 और MPL जैसी कंपनियां यूनिकॉर्न लिस्ट से बाहर, वैल्यूएशन गिरीअमेरिकी टैरिफ से भारतीय होम टेक्सटाइल उद्योग पर संकट, 5-10% आय घटने का अंदेशा: क्रिसिल रेटिंग्सE20 पेट्रोल सेफ, लेकिन इसके इस्तेमाल से घट सकता है माइलेज और एक्सेलेरेशन: महिंद्रा ऑटो CEOFlexi Cap Funds का जलवा, 5 साल में ₹1 लाख के बनाए ₹3 लाख से ज्यादा; हर साल मिला 29% तक रिटर्नTerm Insurance Premiums: अभी नए युवाओं के लिए कौन सा टर्म इंश्योरेेंस प्लान सबसे बेहतर है?Reliance Jio के यूजर्स दें ध्यान! इन प्लान्स के साथ मिलेंगे Netflix, Amazon और JioHotstar फ्री, जानें डिटेल्सअगस्त में Equity MF में निवेश 22% घटकर ₹33,430 करोड़ पर आया, SIP इनफ्लो भी घटाटाटा शेयर को मिलेगा Gen-Z का बूस्ट! ब्रोकरेज की सलाह- खरीदें, 36% अपसाइड का ​टारगेट

Modi 3.0: अग्निपथ स्कीम को लेकर बनाया गया रिव्यू पैनल, G7 समिट से लौटकर PM मोदी करेंगे बैठक

पीएम मोदी की अगुवाई वाली NDA सरकार ने 10 प्रमुख केंद्रीय मंत्रालयों के सचिवों से कहा है कि वे अग्निपथ योजना का रिव्यू करें और यह सलाह दें।

Last Updated- June 13, 2024 | 10:18 AM IST
अग्निपथ योजना और सैन्य सुधार पर होगा जोर, Modi 3.0: Emphasis will be on Agneepath scheme and military reforms

Scheme for Agniveers: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले ज्यादातर विपक्षी पार्टियों का मुद्दा अग्निपथ योजना रही है। कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया था कि अगर उनकी INDIA (गठबंधन) की सरकार आई तो वे अग्निपथ योजना को समाप्त कर देंगे। इस योजना का गुस्सा ज्यादातर लोगों में देखने को मिला और इसका नुकसान इस बार के आम चुनाव में भी देखने को मिला। लेकिन अब जहां भारतीय सेना ने अग्निपथ योजना को लेकर प्रावधानों में बदलाव की इच्छा जताई है तो वहीं केंद्र सरकार भी इस नियम में बदलाव को तैयार है। बता दें कि अग्निपथ योजना के तहत चुने गए कैंडिडेट्स को अग्निवीर कहा जाता है।

2024 के आम चुनाव के विश्लेषण में राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना था कि कई मुद्दों में अग्निपथ योजना भी एक रही, जो मोदी सरकार के लिए नुकसान साबित हुई और भाजपा को बहुमत भी हासिल नहीं हुआ। मोदी सरकार बनने में नीतीश कुमार की पार्टी JDU और चंद्रबाबू नायडू की पार्टी (TDP) का प्रमुख योगदान रहा। खबर यह भी आ रही थी कि नई सरकार के गठन के लिए गठबंधन बनने से पहले नीतीश कुमार ने भाजपा से अग्निवीर में संशोधन की मांग की थी।

अग्निवीरों के लिए बनाया गया सचिवों का रिव्यू पैनल

इकनॉमिक टाइम्स (ET) ने आज खबर दी है कि पीएम मोदी की अगुवाई वाली NDA सरकार ने 10 प्रमुख केंद्रीय मंत्रालयों के सचिवों (secretaries) से कहा है कि वे अग्निपथ योजना का रिव्यू करें और यह सलाह दें कि अग्निवीरों की भर्ती को और कैसे आकर्षित और बेहतर बनाएं ताकि भर्ती प्रक्रिया में कोई कोर कसर न रह जाए।

ET की रिपोर्ट ने बताया कि अग्निपथ योजना में सुधार करने के लिए सचिवों का बनाया गया रिव्यू पैनल 16 जून तक अपने सुझावों की पूरी तरह से तैयार कर लेगा और पीएम मोदी को फाइनल प्रेजेंटेशन सौंपेगा। फाइनल प्रेजेंटेशन की तारीख 17 या 18 जून हो सकती है। फाइनल प्रेजेंटेशन के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय इसमें सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाएगा। बता दें कि अभी पीएम मोदी G7 समिट के लिए इटली जा रहे हैं। G7 समित 13 से 15 जून तक होगी।

सेना भी कर रही अग्निपथ योजना में संशोधन पर चर्चा

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय सेना अग्निवीरों की भर्ती के लिए अग्निपथ योजना में बदलावों पर चर्चा कर रही है। इस चर्चा में अग्निवीरों के ट्रेनिंग पीरियड को बढ़ाना और साथ ही साथ ट्रेनिंग पूरी हो जाने के बाद मौजूदा 25 प्रतिशत अग्निवीरों को ही आगे मौका देने के नियमों में बदलाव करना शामिल है।

सेना चाहती है कि अग्निवीरों की ट्रेनिंग के बाद भी अग्निवीरों की संख्या 60-70 प्रतिशत तक बरकरार रखी जाए। मौजूदा नियमों के मुताबिक, ट्रेनिंग पूरी होने के बाद अग्निवीरों का केवल 25 प्रतिशत हिस्सा ही रखा जाएगा। 75 प्रतिशत अग्निवीरों को करीब 12 लाख रुपये का भुगतान करके जाने दिया जाएगा।

सेना का यह भी कहना है कि अग्निपथ योजना से पहले सैनिकों का ट्रेनिंग पीरियड 37 से 42 सप्ताह के बीच था, लोकिन अग्निवीरों के लिए यह घटाकर 24 सप्ताह कर दिया गया। इसका प्रतिकूल असर उनके ओवरऑल ट्रेनिंग में देखने को मिल रहा है।

First Published - June 13, 2024 | 10:18 AM IST

संबंधित पोस्ट