उत्तर प्रदेश के अयोध्या जिले में मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर हुए चुनाव में बुधवार को रिकॉर्ड 65 फीसदी वोट डाले गए। यह आजादी के बाद का यहां होने वाला सबसे अधिक मतदान है। चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक शाम 6 बजे तक 65.35 फीसदी मतदान हुआ। अंतिम आंकड़े आने तक इसमें और भी बढ़ोतरी हो सकती है।
इससे पहले 2022 के विधानसभा चुनावों में मिल्कीपुर सीट पर 60.23 फीसदी वोट पड़े थे। आयोग के मुताबिक सभी 414 मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्वक वोट डाले गए और कहीं से किसी अप्रिय घटना का समाचार नहीं मिला है। हालांकि विपक्षी समाजवादी पार्टी ने तमाम मतदान केंद्रों पर मतदाताओं के धमकाने, फर्जी वोट डालने और धीमें वोट डलवाने की शिकायतें दर्ज करायी हैं। समाजवादी पार्टी के एक्स हैंडल के मतदान में गड़बड़ी संबंधी 86 पोस्ट बुधवार को किए गए। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने एक मतदाता का वीडियो भी पोस्ट किया जो अकेले छह वोट डालने की बात कह रहा था। हालांकि बाद में अयोध्या के जिलाधिकारी चंद्रविजय सिंह ने कहा कि मामले कि जांच करायी गयी और शिकायत को निराधार पाया गया। उनका कहना है कि सभी मतदान केंद्रों पर शांतिपूर्वक वोट डाले गए हैं।
मिल्कीपुर में सुबह से ही मतदान ने रफ्तार पकड़ ली थी और दोपहर एक बजे तक 44.59 फीसदी वोट पड़ चुके थे वहीं शाम पांच बजे तक 65.25 फीसदी वोट डाले जा चुके थे। इस सीट पर 2022 में सपा के अवधेश प्रसाद जीते थे जिनके 2024 में अयोध्या लोकसभा सीट से सांसद चुने जाने के बाद उपचुनाव हो रहा है। सपा ने इस सीट से सांसद अवधेश प्रसाद के बेटे अजीत प्रसाद को टिकट दिया है तो भाजपा ने चंद्रभान रावत को खड़ा किया है। बहुजन समाज पार्टी ने उपचुनाव में भाग न लेने का फैसला किया था जबकि कांग्रेस ने सपा प्रत्याशी को अपना समर्थन दिया है।