प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जनता से संवाद करने के माध्यम रेडियो कार्यक्रम मन की बात के 10 साल पूरे हो गए हैं। प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को प्रसारित होने वाले इस कार्यक्रम की इस रविवार को 114वीं कड़ी थी। प्रधानमंत्री ने महात्मा गांधी की जयंती पर 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छता अभियान छेड़ने के एक दिन बाद शुरू किए गए मन की बात कार्यक्रम की सफलता की कहानियों का भी जिक्र किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने लोगों से त्योहारों के आगामी मौसम में स्वदेशी उत्पाद खरीदने का आग्रह किया।
सरकारी एवं प्रधानमंत्री मोदी द्वारा सोशल मीडिया पर साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक अक्टूबर 2014 के पहले एपिसोड से 29 सितंबर के 114वें एपिसोड तक 1 अरब से अधिक लोगों ने मन की बात कार्यक्रम को सुना है।
रविवार को प्रसारित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘मन की बात 2014 की 3 अक्टूबर को विजय दशमी के दिन शुरू हुआ था। यह कैसा दैवीय संयोग है कि इस वर्ष 3 अक्टूबर को जब इस कार्यक्रम को 10 वर्ष पूरे हो रहे हैं तो वह नवरात्रि का पहला दिन होगा।’सरकार की ओर से एक्स पर साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार 23 करोड़ लोग मन की बात कार्यक्रम को नियमित रूप से सुनते हैं जबकि 41 करोड़ लोग इसके कभी-कभार श्रोता हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने श्रोताओं को ‘मन की बात’ कार्यक्रम का असली ‘सूत्रधार’ करार देते हुए कहा कि इस रेडियो कार्यक्रम ने साबित किया है कि देश के लोगों में सकारात्मक जानकारी की कितनी भूख है और सकारात्मक बातें एवं प्रेरणादायी उदाहरण उन्हें बहुत पसंद आते हैं। मोदी ने कहा कि ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम के 10 साल पूरे हो रहे हैं और हर क्षेत्र में निर्यात बढ़ रहा है तथा प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) में बढ़ोतरी इसकी सफलता का प्रमाण है।
कार्यक्रम में, उन्होंने ‘स्वच्छ भारत अभियान’ की सफलता पर प्रकाश डाला और इसे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को एक उचित श्रद्धांजलि बताया। उन्होंने यह भी कहा कि भारत आज दुनिया में विनिर्माण का ‘पावरहाउस’ बन गया है और सभी देशों की नजरें हम पर टिकी हैं, क्योंकि सरकार वैश्विक गुणवत्ता वाली चीजों के निर्माण के साथ ही स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने पर भी ध्यान केंद्रित कर रही है।
(साथ में एजेंसियां)