मुंबई और आस पास के शहरों में दही हांडी की धूम है। सुबह से लगातार जारी झमाझम बारिश के बावजूद उत्साह में कोई कमी नहीं, सड़कों पर गोविंदाओं की टोली, रंग-बिरंगे परिधानों में सजे गोविंदा ट्रक, टेंपो, बसों और दोपहिया वाहनों में नजर आ रहे है। बारिश के फुहारों के बीच गोविंदा आला रे आला की धून जन्माष्टमी में होली वाली रौनक ला दी। प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने की तैयारी पहले से ही कर चुका है।
दही हांडी कृष्ण जन्माष्टमी पर्व का हिस्सा है। इस दौरान ‘गोविंदा’ या दही हांडी प्रतिभागी हवा में लटकी दही हांडी (दही से भरा मिट्टी के बर्तन) को तोड़ने के लिए बहु-स्तरीय मानव पिरामिड बनाते हैं। लगभग हर गली के नुक्कड़ पर दही हांडी लटकी थी, जिसको बड़े उत्साह के साथ गोविंदा पथक तोड़ते और आगे बढ़ जाते। शहर के हर कोने में त्योहार से संबंधित लोकप्रिय गीत तथा बॉलीवुड के गाने चल रहे हैं। विशेष रूप से परेल, लालबाग, वर्ली, दादर, भांडुप, मुलुंड, गोरेगांव और अंधेरी जैसे मराठी बहुल इलाकों में उत्सव को लेकर ज्यादा रौनक देखी जा रही है। थाणे, मीरा रोड, भायंदर, नवी मुंबई में भी एक से बढ़कर एक ईनामी दही हांडी बांधी गई।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ठाणे में एक दही हांडी उत्सव कार्यक्रम में पहुंचे और इसमें हिस्सा लेने वालों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि त्योहार सुरक्षित तरीके से मनाया जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि त्योहारों को लेकर लोगों में असीम उत्साह है और उनकी सरकार ने कोविड-19 से जुड़े सभी प्रतिबंधों को हटाने के प्रयास किए हैं। दही हांडी के लिए मानव पिरामिड बनाने को उनकी सरकार ने (पिछले साल अगस्त में) साहसिक खेल का दर्जा दिया, उस दिन अवकाश घोषित किया और प्रत्येक प्रतिभागी का 10 लाख रुपये का बीमा भी कराया गया। प्रतिभागियों को त्योहार से जुड़ी धार्मिक भावनाओं की रक्षा के लिए सावधानी बरतने की जरूरत है और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उत्सव पर कोई दाग ना लगे।
उत्सव के दौरान शहर की सुरक्षा व्यवस्था चुस्त रही। जगह जगह पुलिस के जवान तैनात रहे। किसी भी अनहोनी से निपटने की भी तैयारी की गई थी। बृहन्मुंबई महानगर पालिका (बीएमसी) की एक विज्ञप्ति के अनुसार, मानव पिरामिड बनाते समय गोविंदाओं के गिरकर घायल होने की आशंका को देखते हुए नागरिक अस्पतालों में 125 बिस्तर की व्यवस्था की गई। स्थानीय निकाय ने नागरिक अस्पतालों में गोविंदा के इलाज के लिए तीन पालियों में स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती की है। इसके अलावा, इन अस्पतालों को इंजेक्शन, दवाएं और सर्जरी सामग्री तैयार रखने का निर्देश दिया गया है।
हर साल की तरह दादर के श्री दत्त मित्र मंडल ने भी महिला दही हांडी लगाई । महिला गोविंदाओं के द्वारा यहां मटकी फोड़ी गई। इस बार सबसे ज्यादा चर्चा में रही महिला गोविंदा पथकों का मां काली रुप । मुंबई में निर्भया महिला गोविंदा पथक समूह ने मां काली’ का रूप धारण कर आत्मरक्षा का नृत्य किया। फिर मटकी फोडी, यहां वीडियों थोड़ी ही देर में वायरल हो गया।
इस बार की दही हांडी राजनीतिक दलों के लिए खास है क्योंकि यह दही हांडी कार्यक्रम अगले साल के लोकसभा चुनावों से पहले आखिरी उत्सव है। साथ ही बीएमसी के चुनाव भी 2022 की शुरुआत से लंबित हैं। बीएमसी पर 1997 से 2022 के बीच 25 वर्षों तक उद्धव ठाकरे के शिवसेना गुट का नियंत्रण रहा है जिस पर अब भाजपा कब्जा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। भाजपा मुंबई इकाई ने इस साल महानगर में दही हांडी के 400 कार्यक्रमों का आयोजन किया , जिसमें शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे के निर्वाचन क्षेत्र वर्ली का जंबूरी मैदान भी शामिल है। भाजपा की मुंबई इकाई के अध्यक्ष आशीष शेलार ने कहा कि इस साल की दही हांडी मुंबई में बदलाव लाएगी। भाजपा नेताओं, विधायकों, सांसदों और पार्टी पदाधिकारियों ने शहर के विभिन्न हिस्सों में दही हांडी कार्यक्रम का आयोजन किया है।