महाराष्ट्र

Atal Setu: भारत के सबसे लंबे समुद्री पुल अटल सेतु का हर दिन 22 हजार वाहनों ने किया इस्तेमाल

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 जनवरी को लगभग 21.8 किलोमीटर लंबे इस समुद्री पुल का उद्घाटन किया था, जिसके अगले दिन इसे जनता के लिए खोल दिया गया था।

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सुशील मिश्र   
Last Updated- August 27, 2024 | 9:19 PM IST

मुंबई और नवी मुंबई को जोड़ने वाले देश के सबसे लंबे समुद्री पुल अटल सेतु को शुरू हुए सात महीने से ज्‍यादा का समय हो गया है । इस दौरान 50 लाख से ज्‍यादा वाहनों ने इसका इस्‍तेमाल क‍िया है । इस सेतु का हर दिन औसतन 22 हजार वाहनों ने इसका इस्‍तेमाल क‍िया है। इस सेतु के उद्धाटन के समय इससे रोजाना करीब एक लाख गाड़ियों के गुजरने और ट्रैफिक जाम की समस्या से निजात मिलने का दावा किया गया था । हालांकि अभी तक इसमें सुधार नहीं हो सका है।

मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) की तरफ से जारी र‍िपोर्ट में बताया गया क‍ि बृहन्मुंबई विद्युत आपूर्ति एवं परिवहन (बेस्ट), नवी मुंबई महानगर पालिका परिवहन (एनएमएमटी) और महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की शिवनेरी बस सहित 50,04,350 वाहनों ने 13 जनवरी से 26 अगस्त के बीच अटल सेतु का इस्तेमाल किया यानी उस अवधि में रोजाना औसतन 22,000 वाहन इस पुल से गुजरे। जिन वाहनों ने पुल का इस्तेमाल किया, उनमें 47.40 लाख कार, 50,020 मिनी बस और हल्के मोटर वाहन, 59,799 डबल-एक्सल वाहन, 73,074 थ्री-एक्सल वाहन, 80,277 चार-छह एक्सल वाहन और 503 बड़े वाहन शामिल हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 जनवरी को लगभग 21.8 किलोमीटर लंबे इस समुद्री पुल का उद्घाटन किया था, जिसके अगले दिन इसे जनता के लिए खोल दिया गया था। मुंबई ट्रांस हार्बर लिंक को आधिकारिक तौर पर अटल सेतु नाम दिया गया है, जो मुंबई को नवी मुंबई से जोड़ता है।

अटल सेतु के खुल जाने के बाद मुंबई की ट्रैफिक में बड़े बदलाव होने का बात कही गई थी, लेकिन सात महीने बीत जाने के बाद भी मुंबई का ट्रैफिक में खास सुधार देखने को नहीं मिल रहा है। क्योंकि अटल सेतु को मुंबई के विभिन्न हिस्सों से जोड़ने वाले प्रॉजेक्ट अब तक पूरे नहीं हो पाए हैं। जिसके कारण भारी वाहन चालक अब भी अटल सेतु के बजाय पुराने मार्ग का ही उपयोग कर रहे हैं।

एमएमआरडीए के अनुसार अटल सेतु के बन जाने से मुंबई से नवी मुंबई, पनवेल, पुणे जाने वाले लोगों का करीब 30 मिनट का समय बच रहा है। समय की बचत को ध्यान में रखते हुए निजी वाहनों के साथ ही निजी और सरकारी बसें भी सेतु से गुजरने लगी हैं। इसमें बेस्ट, एनएमएमटी, शिवनेरी बस समेत नवी मुंबई और पुणे की तरफ जाने वाली निजी बसें शामिल हैं।

बयान में यह भी बताया गया क‍ि 75 फीसदी पूरी हो चुकी वर्ली-सेवरी उन्‍नत सड़क सहित बुनियादी ढांचे के विकास का काम चल रहा है, जो जल्द ही वर्ली सीफेस से अटल सेतु तक तेजी से 5-10 मिनट की पहुंच प्रदान करेगा। इसके अलावा, चिर्ले इंटरचेंज और मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे के बीच एक उन्नत सड़क दक्षिण मुंबई, पश्चिम उपनगर, नवी मुंबई, पनवेल, पुणे और मुंबई-गोवा हाईवे के बीच यात्रा को और तेज करने के लिए तैयार है। अधिकारियों का कहना है कि अटल सेतु को जोड़ने वाले प्रोजेक्टों का काम जल्द पूरा हो जाएगा। जिसके बाद इस पुल से हर दिन एक लाख से ज्यादा वाहन गुजरने लगेंगे।

First Published : August 27, 2024 | 9:10 PM IST