पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को मध्य प्रदेश में कांग्रेस पार्टी के संगठन सृजन अभियान की शुरुआत की। उन्होंने जाति जनगणना के मुद्दे पर केंद्र के भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया। राहुल ने कहा कि वह जाति जनगणना की मांग इसलिए कर रहे हैं ताकि सामाजिक तानेबाने की हकीकत सबके सामने आ जाए।
स्थानीय रवींद्र भवन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी, जिला और ब्लॉक अध्यक्षों तथा एआईसीसी के सदस्यों को संबोधित करते हुए राहुल ने कहा, ‘अगर जाति जनगणना हो गई तो भाजपा का अदाणी-अंबानी मॉडल खत्म हो जाएगा क्योंकि देश को पता लग जाएगा कि 90 फीसदी आबादी को कोई फायदा नहीं हो रहा है और सारा धन 5-10 फीसदी लोगों तक जा रहा है। ऐसे में जनता अपने आप उन्हें रोक देगी।’
मध्य प्रदेश के बारे में राहुल ने कहा, ‘मध्य प्रदेश में कांग्रेस की विचारधारा और उसके नेताओं-कार्यकर्ताओं की कोई कमी नहीं है। इसी कमरे में भाजपा को हराने वाली प्रतिभाएं बैठी हैं लेकिन आपके हाथ बंधे हुए हैं। क्योंकि आपकी आवाज, कांग्रेस के संगठन में ठीक से नहीं सुनाई देती। ये हमारी सेना है जो लड़ने-मरने को तैयार है लेकिन बीच में दो-तीन लोग उलटे-सीधे बयान देते रहते हैं। कुछ लोग हताशा में ऐसे बयान देते हैं तो कुछ लोग भाजपा का काम भी करते हैं। इसलिए कार्य समिति ने निर्णय लिया है कि जिलाध्यक्ष पद से शुरुआत की जाएगी और मध्य प्रदेश में वहां से पार्टी को बड़ा करने का काम किया जाएगा।’
राहुल ने कहा, “रेस के घोड़ों और बाजार के घोड़ों को अलग करना होगा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस में तीन तरह के घोड़े हैं। एक श्रेणी बारात के घोड़े की, दूसरी रेस के घोड़े की और तीसरी श्रेणी लंगड़े घोड़ों की है। उन्होंने कहा कि इनको इनकी सही जगह दिखानी होगी। रेस के घोड़े रेस में जाएंगे और लंगड़े घोड़ों को रिटायर किया जाएगा।“
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राहुल ने ब्लॉक और जिला स्तर पर कांग्रेस कमेटियों को मजबूत बनाने की बात भी कही। उन्होंने कहा कि ब्लॉक और जिला स्तर पर संगठन जिस व्यक्ति का नाम आगे बढ़ाएगा उन्हें ही लोकसभा और विधानसभा चुनाव में टिकट दिया जाएगा।
प्रदेश के विधायकों के साथ राहुल की बैठक में रीवा जिले की सेमरिया विधानसभा के विधायक अभय मिश्रा ने राहुल से कहा, ‘मध्य प्रदेश में हमें ऐसा कोई नेता नजर नहीं आता जिसके भरोसे हम चुनाव जीत सकें।’ इस पर राहुल ने जवाब दिया, ‘आपको भले ही नजर न आते हों, लेकिन मुझे ऐसे 10 नेता नजर आते हैं जो मध्य प्रदेश में सरकार बनाने और नेतृत्व करने की क्षमता रखते हैं।’
संगठन सृजन अभियान की कमान स्वयं राहुल गांधी ने संभाली है और इस अभियान का लक्ष्य है आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी करते हुए जमीनी स्तर से संगठन को मजबूत बनाना। राहुल ने भोपाल में 6 घंटे में 5 अलग-अलग बैठकों को संबोधित किया। इनमें राजनीतिक मामलों की समिति, विधायकों, पार्टी कार्यकर्ताओं आदि के साथ हुई बैठक शामिल हैं।