18th Lok Sabha Session: भारत में आज यानी 24 जून को 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की पहली बैठक शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 18वीं लोकसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली है। भाजपा के वरिष्ठ नेता भर्तृहरि महताब के प्रो-टेम स्पीकर चुना गया है, जो आज और कल लोकसभा चुनाव में चुने गए नवनिर्वाचित सदस्यों को सांसद पद की शपथ दिला रहे हैं। लेकिन इस सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मीडिया को अपना बयान दिया और जमकर विपक्षी दलों पर निशाना भी साधा।
संसद सत्र शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने बयान देते हुए कहा कि आजादी के बाद पहली बार ऐसा हो रहा है जब नवनिर्वाचित सांसदों का शपथ ग्रहण नए संसद भवन में हो रहा है। आज ‘श्रेष्ठ भारत’, ‘विकसित भारत’ बनाने के संकल्प के साथ आज 18वीं लोकसभा की शुरुआत हो रही है।
पीएम मोदी ने कहा, ‘लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सरकार अपने तीसरे कार्यकाल में तीन गुना अधिक काम करेगी। लोगों ने हमारी सरकार को तीसरे कार्यकाल के लिए जनादेश दिया है, हमारी नीतियों, इरादों पर सहमति की मुहर लगाई है। हम हमेशा सभी को साथ लेकर चलने, देश की सेवा करने के लिए आम सहमति बनाने, लोगों की आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेंगे।’
लोकसभा के 18वें सेशन के शुरू होने से पहले पीएम मोदी ने कहा, ‘लोगों को विपक्ष से अच्छे कदमों की उम्मीद है, अब तक उसका प्रदर्शन निराशाजनक रहा है लेकिन मुझे उम्मीद है कि वह अपनी भूमिका निभाएगा, लोकतंत्र की गरिमा बनाए रखेगा।’
उन्होंने कहा, ‘भारत को जिम्मेदार विपक्ष की आवश्यकता है, लोग संसद में नारेबाजी नहीं बल्कि ठोस काम चाहते हैं, वे बहस चाहते हैं, वे संसद में अशांति नहीं परिश्रम चाहते हैं।’
प्रधानमंत्री ने इंदिरा गांधी की सरकार में 1975-77 तक चली इमरजेंसी का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, ‘कल 25 जून हैं। जो लोग इस देश के संविधान की गरिमा से समर्पित हैं, जो लोग भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं पर निष्ठा रखते हैं, उनके लिए 25 जून न भूलने वाला दिवस है। कल 25 जून को भारत के लोकतंत्र पर जो काला धब्बा लगा था, उसके 50 वर्ष हो रहे हैं। भारत की नई पीढ़ी ये कभी नहीं भूलेगी की संविधान को पूरी तरह नकार दिया गया था, भारत को जेलखाना बना दिया गया था, लोकतंत्र को पूरी तरह दबोच दिया गया था।’
उन्होंने कहा, ‘इमरजेंसी के ये 50 साल इस संकल्प के हैं कि हम गौरव के साथ हमारे संविधान की रक्षा करते हुए, भारत के लोकतांत्रिक परंपराओं की रक्षा करते हुए देशवासी ये संकल्प करेंगे कि भारत में फिर कभी कोई ऐसी हिम्मत नहीं करेगा, जो 50 साल पहले की गई थी और लोकतंत्र पर काला धब्बा लगा दिया गया था।’
बता दें कि आज नई सरकार बनने के बाद पहले लोकसभा सत्र की शुरुआत हो गई है। 26 जून (बुधवार) को संसद नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। राज्यसभा का सत्र गुरुवार से ही शुरू होगा।