कर्नाटक में नयी सरकार के गठन को लेकर अब तक कोई निर्णय नहीं हो पाया है, इस बीच पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख डी. के. शिवकुमार ने बृहस्पतिवार शाम को यहां कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की बैठक बुलाई है।
कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (केपीसीसी) के प्रमुख ने सभी विधायकों को पत्र लिखकर शाम सात बजे यहां क्वीन्स रोड स्थित इंदिरा गांधी भवन में होने वाली बैठक में शामिल होने को कहा है। बैठक में विधान परिषद सदस्यों और सांसदों को भी बुलाया गया है।
कर्नाटक में कांग्रेस के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के चयन पर गतिरोध को दूर करने के लिए बुधवार को कई दौर की बातचीत हुई। दोनों उम्मीदवार- सिद्धरमैया और शिवकुमार ने शीर्ष पदाधिकारियों के समक्ष अपना पक्ष रखा।
पार्टी ने कहा कि एक या दो दिन में निर्णय होने की संभावना है। कई दौर की चर्चाओं के बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के कर्नाटक के प्रभारी महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि नए मंत्रिमंडल पर फैसला अगले 48-72 घंटों में होगा।
कर्नाटक में 224 सदस्यीय विधानसभा के लिए 10 मई को हुए चुनावों में कांग्रेस ने 135 सीटें जीतकर शानदार जीत हासिल की, जबकि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और पूर्व प्रधानमंत्री एच. डी. देवेगौड़ा के नेतृत्व वाली जनता दल (सेक्युलर) ने 66 और क्रमशः 19 सीटें जीतीं।
कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री चुनने के लिए कांग्रेस में पिछले कुछ दिन से गहन मंथन चल रहा है। पहले पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राहुल गांधी के साथ चर्चा की, फिर पद के प्रबल दावेदार माने जा रहे दोनों नेताओं-सिद्धरमैया और डीके शिवकुमार से मुलाकात की थी।
खरगे ने सोमवार को भी पार्टी के तीनों पर्यवेक्षकों और वरिष्ठ नेताओं के साथ विस्तृत चर्चा की थी। पर्यवेक्षकों ने नवनिर्वाचित विधायकों की राय के आधार पर उन्हें अपनी रिपोर्ट भी सौंपी थी।