facebookmetapixel
फेक न्यूज पर सख्ती! सरकार बदलेगी IT नियम, बदनाम करने वाली डिजिटल सामग्री पर रोकरेल मंत्रालय का बड़ा कदम: NMP 2.0 में मुद्रीकरण से 2.5 लाख करोड़ जुटाएगा रेलवे4 नए लेबर कोड आज से लागू: कामगारों को मिलेगी सामाजिक सुरक्षा, मौजूदा श्रम कानून बनेंगे सरलरुपये में तेज गिरावट: डॉलर के मुकाबले 89.5 के पार, बॉन्ड यील्ड में उछालसेबी बड़े सुधारों की तैयारी में: ब्रोकर और म्युचुअल फंड नियमों में बदलाव संभव, नकदी खंड में कारोबार बढ़ाने पर जोरभारतीय क्रिकेट टीम का स्पॉन्सर बनकर अपोलो टायर्स को डबल डिजिट में ग्रोथ की आस: नीरज कंवर2025-26 में रियल एस्टेट में हर साल आएगा 5–7 अरब डॉलर संस्थागत निवेश!भारत-इजरायल स्टार्टअप सहयोग होगा तेज, साइबर सुरक्षा और मेडिकल टेक में नई साझेदारी पर चर्चासुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला: ITAT में CA और वकील को अब समान पात्रता मानदंडनई दवाओं पर 10 साल की एक्सक्लूसिविटी की मांग, OPPI ने कहा- इनोवेशन बढ़ाने को मजबूत नीति जरूरी

Himachal weather: हिमाचल प्रदेश की मॉनसूनी तबाही में हुआ 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान, CM सुक्खू ने केंद्र से मांगी अंतरिम राहत

मौसम कार्यालय ने 18 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी देते हुए “येलो” अलर्ट जारी किया है

Last Updated- July 15, 2023 | 5:00 PM IST
Himachal Pradesh's monsoon devastation caused a loss of Rs 8,000 crore, CM Sukhu sought relief from the Center
Reuters

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शनिवार को कहा कि भारी बारिश के चलते राज्य को लगभग 8,000 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

राज्य आपातकालीन प्रतिक्रिया केंद्र के अनुसार, शुक्रवार रात तक यह नुकसान लगभग 4,000 करोड़ रुपये का था और सुक्खू ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से 2,000 करोड़ रुपये की अंतरिम राहत राशि मांगी है।

सुक्खू ने यहां जारी एक बयान में कहा कि राज्य में फंसे लगभग 70,000 पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया, जबकि 15 हजार वाहनों को बाहर भेजा गया। लगभग 500 पर्यटकों ने स्वेच्छा से यहीं रूकने का फैसला किया।

कुल्लू जिले के कसोल, मणिकरण और आसपास के अन्य इलाकों में फंसे कुछ पर्यटकों ने अपने वाहनों के बिना यहां से जाने से इनकार कर दिया है और स्थिति सामान्य होने तथा सभी सड़कें खुलने तक यहीं रुकने का फैसला किया है।

कसोल-भुंटर मार्ग पर डुंखरा के पास भूस्खलन के कारण वाहन फंस गए और पर्यटकों को दूसरी ओर जाने के लिए पैदल चलना पड़ा। राज्य सरकार ने कहा कि इन पर्यटकों का ध्यान रखा जा रहा है।

बयान में कहा गया है कि आपदा प्रभावित 80 फीसदी क्षेत्रों में बिजली, पानी और दूरसंचार सेवाएं अस्थायी रूप से बहाल कर दी गई हैं और शेष क्षेत्रों में आवश्यक सेवाओं को जल्द से जल्द बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।

हिमाचल सड़क परिवहन निगम (HRTC) की बस सेवा 899 मार्गों पर बंद है और 256 बसों को बीच रास्ते में रोक दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि HRTC को 5.56 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इस बीच, मौसम विभाग के स्थानीय कार्यालय ने 15 से 17 जुलाई तक लाहौल-स्पीति और किन्नौर को छोड़कर राज्य के 12 जिलों में से 10 में अलग-अलग स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान जताते हुए “ऑरेंज” अलर्ट जारी किया है। साथ ही, इसने भूस्खलन, अचानक बाढ़ आने, और नदियों व नालों के जलस्तर में वृद्धि का अनुमान भी जताया है।

मौसम कार्यालय ने 18 जुलाई को भारी बारिश की चेतावनी देते हुए “येलो” अलर्ट जारी किया है और 21 जुलाई तक राज्य में बारिश होने का पूर्वानुमान जताया है। राज्य में जुलाई में अब तक 284.1 मिलीमीटर(मिमी) बारिश हुई है, जो सामान्य बारिश यानी 110.4 मिलीमीटर से 157 प्रतिशत अधिक है।

राज्य के कुछ हिस्सों में हल्की से भारी बारिश जारी है, धर्मशाला में 131 मिमी बारिश हुई। वहीं, पालमपुर में 51 मिमी, सुंदरनगर और नाहन (दोनों में 45-45 मिमी), कांगड़ा (27 मिमी), मंडी और नारकंडा, प्रत्येक में 16 मिमी बारिश हुई।

First Published - July 15, 2023 | 5:00 PM IST (बिजनेस स्टैंडर्ड के स्टाफ ने इस रिपोर्ट की हेडलाइन और फोटो ही बदली है, बाकी खबर एक साझा समाचार स्रोत से बिना किसी बदलाव के प्रकाशित हुई है।)

संबंधित पोस्ट