सरकार अपनी उपस्थिति बढ़ाने के लिए इस साल FM Radio स्टेशनों की नए सिरे से नीलामी, OTT प्लेटफॉर्म शुरू करने और ‘direct-to-mobile’ TV प्रसारण के परीक्षण की योजना बना रही है। सूचना एवं प्रसारण सचिव अपूर्व चंद्रा ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने यहां ब्रॉडकास्ट इंजीनियरिंग सोसाइटी एक्सपो को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘हम इस साल FM Radio स्टेशनों की नीलामी की दिशा में भी काम कर रहे हैं। हम इस साल टियर 2 और टियर 3 शहरों में FM Radio ले जाने की उम्मीद करते हैं।’’
उन्होंने कहा कि हालांकि बड़ी संख्या में FM Radio स्टेशन हैं, लेकिन यह सेवा देश के केवल 60 फीसदी हिस्से में ही उपलब्ध है। चंद्रा ने कहा कि सरकार ने वाम उग्रवाद वाले, सीमावर्ती और रणनीतिक क्षेत्रों सहित विभिन्न जगहों तक प्रसार भारती की पहुंच को व्यापक बनाने के वास्ते ‘Broadcasting Infrastructure and Network Development’ (BIND) योजना के लिए चार साल की अवधि में 2,500 करोड़ रुपये का आवंटन किया है।
उन्होंने कहा कि इस योजना का उद्देश्य देश में सार्वजनिक क्षेत्र के प्रसारण को बढ़ावा देना है और आकाशवाणी तथा दूरदर्शन सहित प्रसार भारती के बुनियादी ढांचे के विकास पर ध्यान केंद्रित करना है।
चंद्रा ने कहा कि IIT-कानपुर और सांख्य लैब्स ने कर्तव्य पथ और आस-पास के क्षेत्रों में ट्रांसमीटर स्थापित किए हैं ताकि यह प्रदर्शित किया जा सके कि टेलीविजन सिग्नल सीधे मोबाइल फोन पर कैसे प्रसारित किए जा सकते हैं।
उन्होंने कहा, “अब आप सीधे अपने मोबाइल पर टेलीविजन सिग्नल प्राप्त कर सकते हैं। यह एक बहुत ही रोचक टेक्नोलॉजी है, जिसमें टेलीविजन मीडिया की पहुंच बढ़ाने की क्षमता है।”
चंद्रा ने कहा कि टेलीविजन सिग्नल प्राप्त करने के लिए मोबाइल फोन यूजर्स को अपने मोबाइल डिवाइस में एक विशेष डोंगल जोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि मोबाइल मैन्युफैक्चरर को फोन डिवाइस में एक विशेष चिप लगाने के लिए प्रोत्साहित करना होगा ताकि बिना डोंगल के टेलीविजन सिग्नल प्राप्त किए जा सकें।