केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि भारत ने द्विपक्षीय संबंधों को बढ़ाने के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्रों की पहचान की है। इन क्षेत्रों हरित और डिजिटल तकनीकें, बुनियादी ढांचा, नवीकरणीय ऊर्जा, जल प्रबंधन, जीवन विज्ञान के साथ साथ इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और परिवहन शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ‘ऑस्ट्रिया की क्षमता और उसकी सहभागिता के आधार पर हमने प्राथमिकता के क्षेत्रों को चिह्नित किया है, जिससे द्विपक्षीय संबंध बढ़ाए जा सकें। इसमें हरित और डिजिटल तकनीक, इन्फ्रास्ट्रक्चर, नवीकरणीय ऊर्जा, जल प्रबंधन, जीवन विज्ञान के साथ इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और परिवहन शामिल हैं।’ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में इंडिया-ऑस्ट्रेलिया बिजनेस राउंडटेबल को संबोधित करते हुए सीतारमण ने कहा कि ऑस्ट्रिया की कंपनियों को भारतत में मौजूद अवसर का लाभ उठाना चाहिए। भारत सरकार ने आर्थिक विकास और समानता को गति देने तथा कारोबार सुगमता के लिए कई सुधार किए हैं और इस दिशा में जबरदस्त प्रगति हुई है।
स्टार्टअप और नवोन्मेष के बारे में बात करते हुए सीतारमण ने कहा कि दोनों सरकारों की प्राथमिकता में ये क्षेत्र शामिल हैं। उन्होंने कहा कि भारत में 110 से ज्यादा यूनीकॉर्न हैं और 1,000 से ज्यादा सफल स्टार्टअप काम कर रहे हैं। सीतारमण ने कहा कि ऑस्ट्रिया में स्टार्टअप के लिए बेहतरीन पारिस्थितिकी तंत्र है।