facebookmetapixel
भारत पर लगने जा रहा था 100% टैरिफ? क्या हुई ट्रंप और EU के बीच बातचीतयूपी सरकार की नई पहल, कृषि‑पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ‘फार्म‑स्टे’ योजना₹10 से कम कीमत वाले ये 5 पैनी स्टॉक्स 48% तक दे सकते हैं रिटर्न, चार्ट पर दिखा ब्रेकआउट‘मां भारती की सेवा में समर्पित जीवन’… मोहन भागवत के 75वें जन्मदिन पर पीएम मोदी का बधाई संदेश3 साल में ₹8 लाख EMI चुकाई, लेकिन लोन घटा सिर्फ ₹82000! कैसे करें प्लानिंग, बता रहे हैं एक्सपर्ट27% करेक्ट होने के बाद फिर दौड़ने को तैयार ये Defence PSU Stock, 40% की बड़ी छलांग का अनुमानमोतीलाल ओसवाल ने इन 5 स्टॉक्स पर दी BUY रेटिंग, 1 साल में 24% तक अपसाइड के टारगेटअदाणी पावर को एमपी सरकार से फिर मिला ऑर्डर, ₹21000 करोड़ करेगी निवेश; शेयर ने लगाई छलांगपूर्वांचल और बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे किनारे उद्योगों को मिलेगी रफ्तार, यूपी सरकार की बड़ी पहलसोने-चांदी में गिरावट के साथ शुरू हुआ कारोबार, MCX पर देखें आज का भाव

निजीकरण के खिलाफ सरकारी बिजली कंपनियों के कर्मचारियों की हड़ताल

Last Updated- January 03, 2023 | 8:17 PM IST
UP: All records broken in July, electricity demand reached 27,622 MW

महाराष्ट्र में तीन सरकारी बिजली कंपनियों के यूनियन ने इन कंपनियों के निजीकरण के विरोध में बुधवार से 72 घंटे की हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है। बिजली कंपनियों की कार्य समिति महाराष्ट्र राज्य कर्मचारी, अधिकारी एवं इंजीनियर संघर्ष समिति ने हड़ताल का आह्वान किया है। मांग पूरी न हुई तो 18 जनवरी से कर्मचारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे।

हड़ताल पर जाने वाली महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (महावितरण), महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (महापारेषण) और महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी जेनरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (महानिर्मिति) सरकारी बिजली कंपनियां हैं। महाराष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी वर्कर्स फेडरेशन के महासचिव कृष्ण भोईर ने कहा कि चालकों, वायरमैन, इंजीनियरों और अन्य कर्मचारियों की 30 से अधिक यूनियन सरकारी बिजली कंपनियों के निजीकरण के प्रयास को विफल करने के लिए एक साथ आए हैं।

यह भी पढ़ें: मुंबई पर कर्नाटक के दावे पर आग बबूला हुआ महाराष्ट्र 

भोईर ने कहा कि इन कंपनियों के कर्मी पिछले दो तीन सप्ताह से प्रदर्शन कर रहे हैं और सोमवार को 15,000 से अधिक कर्मियों ने ठाणे जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया था। इन तीन बिजली कंपनियों के करीब 86,000 कर्मचारी, अधिकारी, इंजीनियर निजीकरण के खिलाफ बुधवार से 42,000 अनुबंधित कर्मियों एवं सुरक्षाकर्मियों के साथ 72 घंटे की हड़ताल पर चले जाएंगे। प्रदर्शनकारी कर्मियों की एक बड़ी मांग यह है कि अदाणी ग्रुप की सहायक कंपनी को पूर्वी मुंबई के भांडुप, ठाणे और नवी मुंबई में मुनाफा कमाने के लिए समानांतर लाइसेंस नहीं दिया जाए।

First Published - January 3, 2023 | 8:17 PM IST

संबंधित पोस्ट