दिल्ली सरकार जीएसटी की चोरी करने वालों पर सख्त नजर रख रही है। जिससे कि जीएसटी चोरी करने वालों को पकड़ा जा सके। इसके लिए सरकार स्पेशल ऑडिट पर जोर दे रही है। इससे दिल्ली में जीएसटी चोरी करने वाले पकड़ में भी आए हैं। कर चोरों पर सख्ती के कारण दिल्ली सरकार के राजस्व में दहाई अंकों में वृद्धि हो रही है। पिछले वित्त वर्ष दिल्ली सरकार को लक्ष्य से भी ज्यादा जीएसटी की वसूली हुई थी।
दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार ने कारोबारियों के लिए नियमों को आसान बनाया है। जिससे वे दफ्तर के चक्कर काटे बिना घर बैठे ही काम करवा सकते हैं। जिसके परिणामस्वरूप दिल्ली में जीएसटी संग्रह बढ़ रहा है। सरकार कारोबारियों को सहूलियत देने के साथ ही कर चोरी करने वालों पर सख्ती कर रही है। इसके लिए सरकार स्पेशल ऑडिट कर जीएसटी चोरी करने वालों पर शिकंजा कस रही है।
अधिकारी ने कहा कि बीते वित्त वर्ष जीएसटी विभाग ने 167 स्पेशल ऑडिट किए हैं। जिससे करीब 5,300 करोड रुपये की Tax deficiency यानी कर की कमी को पकड़ा है। दिल्ली सरकार स्पेशल ऑडिट के साथ ही कर चोरों पर शिकंजा कसने के लिए इंटेलीजेंस रिपोर्ट का भी सहारा ले रही है। पिछले वित्त वर्ष इंटेलीजेंस रिपोर्ट के मुताबिक फील्ड सत्यापन करके करीब 2,900 फेक फर्म को सस्पेंड किया गया है और इन फर्म से 1,316 करोड़ रुपये की कर चोरी पकड़ी है।
दिल्ली में जीएसटी प्रणाली में कर दाताओं की संख्या में काफी इजाफा हुआ है। दिल्ली में इस समय 7.88 लाख जीएसटी कर दाता है। इनमें से 4.82 लाख जीएसटी कर दाता दिल्ली सरकार के अधीन है, जबकि केंद्र सरकार के अधीन जीएसटी करदाताओं की संख्या 3.06 लाख है। जीएसटी प्रणाली से पहले वैट प्रणाली में दिल्ली में करीब 3 लाख करदाता थे।