साइबर अपराधों पर सख्ती दिखाते हुए केंद्र सरकार ने अब तक 6.69 लाख फर्जी सिम कार्ड और 1.32 लाख अंतरराष्ट्रीय मोबाइल उपकरण पहचान संख्या (IMEI) ब्लॉक कर दिए हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री बंदी संजय कुमार ने बुधवार को राज्यसभा में यह जानकारी दी।
मंत्री ने बताया कि सरकार और टेलीकॉम सेवा प्रदाताओं (TSPs) ने मिलकर एक ऐसा सिस्टम तैयार किया है, जो अंतरराष्ट्रीय स्पूफ कॉल्स को पहचानकर ब्लॉक करता है। ये कॉल्स भारतीय मोबाइल नंबर का उपयोग कर, भारत से ही की गई लगती हैं, लेकिन असल में विदेशों से साइबर अपराधियों द्वारा की जाती हैं।
स्पूफ कॉल्स और डिजिटल फर्जीवाड़े का पर्दाफाश
बंदी संजय कुमार ने कहा, “हाल ही में फर्जी डिजिटल गिरफ्तारी, फेडेक्स स्कैम और सरकारी अधिकारियों के नाम पर धोखाधड़ी जैसे मामलों में इन स्पूफ कॉल्स का इस्तेमाल किया गया। टेलीकॉम कंपनियों को ऐसे कॉल्स को तुरंत ब्लॉक करने के निर्देश दिए गए हैं।”
साइबर क्राइम के खिलाफ बड़ी कार्रवाई
मंत्री ने बताया कि 15 नवंबर 2024 तक देश में 6.69 लाख फर्जी सिम कार्ड और 1.32 लाख IMEI नंबर पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर ब्लॉक किए गए हैं।
I4C के तहत बचाए 3,431 करोड़ रुपये
2021 में शुरू किए गए ‘फाइनेंशियल साइबर फ्रॉड रिपोर्टिंग और मैनेजमेंट सिस्टम’ के तहत अब तक 9.94 लाख से ज्यादा शिकायतों पर कार्रवाई करते हुए 3,431 करोड़ रुपये की राशि धोखाधड़ी से बचाई जा चुकी है।
यह कदम साइबर अपराधियों के खिलाफ देश की एक बड़ी जीत मानी जा रही है। सरकार के इस कदम से न केवल साइबर अपराधों पर लगाम कसी जा रही है, बल्कि डिजिटल भारत को सुरक्षित बनाने की दिशा में भी बड़ी पहल हो रही है। (PTI के इनपुट के साथ)