PTI
केंद्र ने महाराष्ट्र सरकार से कोविड के टीके खरीदने को कहा है ताकि उनकी आपूर्ति में कोई कमी न रहे। कोरोनावायरस के मामले अचानक बढ़ने से बूस्टर खुराक लगवाने के लिए लोगों की कतारें लगने लगी हैं।
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि चूंकि अब टीका बाजार में मौजूद है, इसलिए राज्य सरकारें अपनी आवश्यकता के अनुरूप इनकी खरीद कर सकती हैं।
महाराष्ट्र उन राज्यों में है जहां हर दिन कोरोना के सबसे अधिक संक्रमित मिल रहे हैं। बुधवार को जारी आंकड़ों के अनुसार देश में 7,830 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं जो पिछले सात महीने में सर्वाधिक संख्या है। इनमें से महाराष्ट्र के 1,115 मामले हैं। इस दौरान 16 लोगों की मौत हो गई जिनमें से नौ महाराष्ट्र में हुई। राज्य में मृत्यु दर 1.82 फीसदी हो गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि 10 से 12 दिनों तक मामलों में तेज वृद्धि जारी रहेगी और फिर संक्रमण धीरे-धीरे कम होने लगेगा। लेकिन, चिंता की कोई बात नहीं है क्योंकि अस्पताल में भर्ती होने वाले गंभीर मरीजों की संख्या कम है।
मौजूदा वृद्धि के बाद भी अभी केंद्र सरकार मास्क अनिवार्य नहीं करने जा रही है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने कहा, ‘हम संक्रमण के अंतिम चरण में हो सकते हैं। हम लोगों के बीच किसी भी तरह की दहशत फैलाना नहीं चाहते हैं। हम केवल उन लोगों को बूस्टर खुराक लेने के लिए कह रहे हैं जिन्हें पहले से कोई बीमारी है।’
कई राज्यों ने नए कोविड नियम लागू कर दिए हैं। तमिलनाडु, केरल, पुदुच्चेरी और हरियाणा ने मास्क लगाना अनिवार्य कर दिया है।
मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, कोरोनारोधी टीकाकरण अभियान के तहत अब तक टीके की 220.66 करोड़ खुराकें दी जा चुकी हैं। सरकारी सूत्रों ने कहा कि केंद्र के पास अब कोरोनारोधी टीके का ज्यादा स्टॉक उपलब्ध नहीं है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा कि टीके की चौथी खुराक लेने की कोई आवश्यकता नहीं है। तीसरी खुराक भी उन लोगों को लेनी है जो पहले से किसी बीमारी से ग्रसित हैं या फिर बुजुर्ग हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़े दर्शाते हैं कि मंगलवार को सिर्फ 441 लोगों का टीकाकरण किया गया। स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि संक्रमितों की संख्या में वृद्धि जांच की संख्या में वृद्धि के कारण भी है। उदाहरण के लिए मंगलवार को 2,14,242 लोगों की जांच की गई।
हालांकि, साप्ताहिक संक्रमण दर में भी कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है। यह 3.83 फीसदी पर स्थिर है और दैनिक संक्रमण दर भी करीब 3.65 फीसदी ही है।