अयोध्या में श्री राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा ने देश की अर्थव्यवस्था को नई गति दी है। भारतीय कारोबार में सनातन अर्थव्यवस्था का एक नया अध्याय बहुत मजबूती से जुड़ा। जिसके तेजी से देश भर में विस्तार होने की बड़ी संभावनाएं दिखाई दे रही है।
एक अनुमान के अनुसार श्री राम मंदिर के कारण से देश में लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये का बड़ा कारोबार हुआ जिसमें अकेले मुंबई में लगभग 20 हजार करोड़ तथा महाराष्ट्र में कुल मिलाकर लगभग 35 हजार करोड़ रुपये का सामान एवं सेवाओं के जरिये व्यापार हुआ।
व्यापारी संस्था कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के मुताबिक देश में यह पहली बार हुआ जब आस्था एवं भक्ति के कारण इतना बड़ा व्यापार हुआ। विशेष बात यह है कि यह सारा व्यापार छोटे व्यापारियों एवं लघु उद्यमियों द्वारा किया गया जिसके कारण यह पैसा व्यापार में आर्थिक तरलता को बढ़ाएगा।
महाराष्ट्र प्रदेश के महामंत्री शंकर ठक्कर ने कहा कि श्री राम मंदिर की वजह से देश में नये व्यापार के अनेक अवसर मिले हैं। वहीं, बड़े पैमाने पर लोगों को रोजगार भी मिलेगा। अब समय आ गया है जब एंट्रेप्रेन्यूर्स एवं स्टार्टअप को व्यापार में नये आयाम जोड़ने की कवायद करनी चाहिए। कैट इस विषय पर जल्द ही एक सेमिनार नई दिल्ली में करने जा रहा है।
राम की आस्था के सहारे कारोबार चमका तो व्यापारी वर्ग ने भी जोरशोर के साथ कार्यक्रम किये। व्यापारी संस्थाओं की तरफ से चलाएं गए हर शहर अयोध्या-हर घर अयोध्या राष्ट्रीय अभियान के अंतर्गत एक जनवरी से लेकर 22 जनवरी तक देश के 30 हजार से ज्यादा छोटे बड़े व्यापारिक संगठनों ने देश भर में डेढ़ लाख से ज्यादा कार्यक्रम आयोजित किए जिसमें अकेले 22 जनवरी को एक लाख से ज्यादा आयोजन हुए।
इन कार्यक्रमों में प्रमुख रूप से लगभग 2 हजार शोभायात्रा, 5 हजार से अधिक बाजारों में श्री राम फेरी, 1,000 से अधिक श्री राम संवाद कार्यक्रम, 2,500 से ज्यादा संगीतमय श्री राम भजन एवं श्री राम गीत कार्यक्रम आयोजित किए गए वहीं 22 जनवरी को देश भर में व्यापारी संगठनों द्वारा बाजारों में 15 हजार से अधिक एलईडी स्क्रीन लगाई गई तथा 50 हजार से अधिक स्थानों पर सुंदरकांड, हनुमान चालीसा, अखंड रामायण एवं अखंड दीपक के कार्यक्रम किए गए। वहीं, देश भर में 40 हजार से अधिक भंडारे व्यापारियों ने आयोजित किए।
कैट महाराष्ट्र प्रदेश के अध्यक्ष सचिन निवंगुने ने बताया कि देश भर में करोड़ों की संख्या में श्री राम मंदिर के मॉडल, माला, लटकन, चूड़ी, बिंदी, कड़े, राम ध्वज, राम पटके, राम टोपी, राम पेंटिंग, राम दरबार के चित्र, श्री राम मंदिर के चित्र, राम भगवान के टीशर्ट, वस्त्र, साड़ियां, आदि की भी जबरदस्त बिक्री हुई। देश भर में पंडितों एवं ब्राह्मणों को भी बड़े पैमाने पर आय हुई।
करोड़ों किलों मिठाई एवं ड्राई फ्रूट की प्रसाद के रूप में बिक्री की गई। करोड़ रूपों के सोने एवं चांदी के सिक्के, चांदी एवं सोने के राम मंदिर मॉडल यह सब आस्था और भक्ति के सागर में डूबे लोगों द्वारा किया गया और देश भर में ऐसा मंजर पहले कभी देखने को नहीं मिला।
देश भर में करोड़ों रुपये के पटाखे, मिट्टी के दीपक, पीतल एवं अन्य वस्तुओं से बने दीपक की भी खूब बिक्री हुई। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में लोग उपहार के रूप में श्री राम मंदिर के मॉडल देंगे ऐसी बड़ी संभावना दिखाई देती है। शादियों में मेहमानों को श्री राम मंदिर उपहार के रूप में देने की शुरुआत हो ही चुकी है।