iPhone बनाने वाली कंपनी Apple भारत में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने की योजना बना रही है। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोमवार को कहा कि अनुकूल कारोबारी माहौल वैश्विक कंपनियों को यहां उनका आधार बनाने में मदद कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत में कानून व्यवस्था की स्थिति दुरुस्त है, सरकारी नीतियां और व्यापारिक मॉडल पारदर्शी हैं, जिससे भारत विदेशी निवेशकों के लिए उपयुक्त स्थान है।
कुछ विदेशी कंपनियों की सफलता की कहानी साझा करते हुए गोयल ने कहा कि Apple पहले से ही अपने कुल मैन्युफैक्चरिंग का 5-7 फीसदी भारत में करती है। उन्होंने कहा कि ‘अगर मैं गलत नहीं हूं, तो वे भारत में 25 फीसदी तक मैन्युफैक्चरिंग का लक्ष्य बना रहे हैं। उन्होंने अपने हालिया मॉडल भारत से पेश किए। इन मॉडल की मैन्युफैक्चरिंग भारत में ही हुई थी।’
गोयल यहां उद्योग मंडल भारतीय उद्योग परिसंघ (CII) द्वारा आयोजित B20 इंडिया की शुरुआती बैठक के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे। इससे पहले पिछले साल नवंबर में दूरसंचार और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा था कि Apple iPhone के मैन्युफैक्चरिंग की सबसे बड़ी इकाई कर्नाटक में बेंगलूरु के निकट होसुर में बनने वाली है, जिससे लगभग 60,000 लोगों को रोजगार मिलेगा।
कंपनी के लिए iPhone का भारत में मैन्युफैक्चरिंग इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों- फॉक्सकॉन (Foxconn), विस्ट्रॉन (Wistron) और पेगाट्रॉन (Pegatron) द्वारा किया जाता है। दुनिया में आर्थिक अनिश्चितताओं के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि यह वर्ष दुनियाभर के लिए चुनौतीपूर्ण रहने वाला है। उन्होंने कहा कि कई देशों में महंगाई बहुत ज्यादा है लेकिन ऐसी परिस्थितियों में भी भारत में कीमतें नियंत्रण में हैं।
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उन्होंने कहा कि इस सरकार के कार्यकाल में औसत महंगाई दर 4.5 फीसदी होगी, जबकि पहले 10-12 फीसदी महंगाई दर आम थी। जिस समय विकसित अर्थव्यवस्थाएं जहां मंद पड़ गई हैं, वहीं भारतीय अर्थव्यवस्था नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के कारण दुनिया की सबसे तेजी से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था के तौर पर उभर रही है। ब्याज दर बढ़ने के सवाल पर उन्होंने कहा कि यह स्थिति कोरोना महामारी और यूक्रेन-रूस युद्ध के कारण उत्पन्न हुई है।