Airspace Ban Impact: भारत द्वारा गुरुवार से पाकिस्तान के विमानों के लिए एयरस्पेस बंद करने के फैसले के बाद पाकिस्तानी एयरलाइंस की छह साप्ताहिक फ्लाइट्स पर असर पड़ेगा। एविएशन एनालिटिक्स फर्म सिरियम (Cirium) के अनुसार, पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (PIA) की इस्लामाबाद-कुआलालंपुर और लाहौर-कुआलालंपुर रूट्स पर चलने वाली सेवाएं भारतीय एयरस्पेस बंद होने से प्रभावित होंगी। डेटा के मुताबिक, PIA फिलहाल इस्लामाबाद-कुआलालंपुर रूट पर हर सप्ताह चार फ्लाइट और लाहौर-कुआलालंपुर रूट पर प्रति सप्ताह दो फ्लाइंट ऑपरेट करती है।
एविएशन इंडस्ट्री से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद से PIA की कुआलालंपुर जाने वाली फ्लाइट्स भारतीय एयरस्पेस से परहेज कर रही हैं। अब ये फ्लाइट्स मलेशिया के कुआलालंपुर पहुंचने के लिए चीन, लाओस और थाईलैंड के एयरस्पेस का उपयोग कर रही हैं।
सिरियम के अनुसार, PIA हर हफ्ते करीब 308 अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स ऑपरेट करती है, जिनमें से 80% से ज्यादा फ्लाइट्स पश्चिम एशिया के शहरों के लिए होती हैं। इन फ्लाइट्स को भारतीय एयरस्पेस की जरूरत नहीं पड़ती।
बुधवार (30 अप्रैल) रात को जारी एक ‘नोटिस टू एयरमेन’ में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AAI) ने कहा कि गुरुवार से भारतीय एयरस्पेस पाकिस्तान में रजिस्टर्ड विमानों, पाकिस्तान की एयरलाइनों या ऑपरेटर्स के स्वामित्व या लीज पर लिए गए विमानों और पाकिस्तान के सैन्य विमानों के लिए “उपलब्ध नहीं” रहेगा।
गौरतलब है कि पाकिस्तान ने 24 अप्रैल को भारतीय एयरलाइंस कंपनियों के लिए अपना एयरस्पेस बंद करने की घोषणा की थी। यह कदम जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के दो दिन बाद उठाया गया था। इस हमले में 26 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें से ज्यादातर पर्यटक थे।
पाकिस्तान द्वारा एयरस्पेस बंद किए जाने का असर भारतीय एयरलाइंस की इंटरनेशनल फ्लाइट्स पर भी पड़ा है। इंडिगो ने 25 अप्रैल को घोषणा की कि वह अल्माटी और ताशकंद के लिए अपनी फ्लाइट्स अस्थायी रूप से निलंबित कर रही है, क्योंकि पाकिस्तान का एयरस्पेस बंद होने के बाद विमानों की रेंज सीमित हो गई है। एयरलाइन ने यह भी कहा कि अब उसकी लगभग 50 इंटरनेशनल फ्लाइट्स को लंबे रूट्स से गुजरना पड़ेगा, जिससे फ्लाइट शेड्यूल में मामूली बदलाव हो सकते हैं।
पाकिस्तानी एयरस्पेस के बंद होने के कारण फ्लाइट्स के रूट लंबे हो गए हैं, जो नैरो-बॉडी विमानों के लिए विशेष रूप से चुनौतीपूर्ण है, क्योंकि उनमें फ्यूल टैंक की क्षमता वाइड-बॉडी विमानों की तुलना में कम होती है। इंडिगो अल्माटी और ताशकंद रूट्स पर Airbus नैरो-बॉडी जेट्स का इस्तेमाल करती है।
सिरियम के अनुसार, एयर इंडिया (Air India) अब हर सप्ताह लगभग 1,188 इंटरनेशनल फ्लाइट्स ऑपरेट कर रही है, जो अप्रैल 2019 की तुलना में 56.7% की बढ़ोतरी दर्शाता है। इसमें भारत-यूरोप रूट पर फ्लाइट्स की संख्या लगभग 80% बढ़कर 242 प्रति सप्ताह हो गई है। इन फ्लाइट्स में से कई पाकिस्तान के एयरस्पेस का उपयोग करती रही हैं।
इसी तरह, भारत-उत्तर अमेरिका रूट पर एयर इंडिया की फ्लाइट्स भी दोगुनी से अधिक बढ़कर 144 प्रति सप्ताह पहुंच गई हैं, जिनमें से कई पाकिस्तान के एयरस्पेस से होकर जाती हैं।
एयर इंडिया की लो-कॉस्ट सब्सिडियरी, एयर इंडिया एक्सप्रेस, अब प्रति सप्ताह लगभग 954 इंटरनेशनल फ्लाइट्स ऑपरेट कर रही है, जो अप्रैल 2019 के मुकाबले 65.1% की वृद्धि को दर्शाता है।
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इंडिगो वर्तमान में हर सप्ताह 1,904 इंटरनेशनल फ्लाइट्स ऑपरेट कर रही है, जो अप्रैल 2019 के मुकाबले लगभग 2.5 गुना ज्यादा है। फरवरी में इंडिगो ने घोषणा की थी कि वह नॉर्स अटलांटिक एयरवेज से डैम्प लीज पर चार B787-9 वाइड-बॉडी एयरक्राफ्ट लेगी और गर्मी के इस सीजन के मध्य में भारत-यूरोप फ्लाइट्स शुरू करने की योजना बना रही है।