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पाकिस्तान के एयरस्पेस पर रोक के बाद भारतीय एयरलाइंस ने बनाया नया प्लान; हवाई यात्रियों पर क्या होगा असर?

हवाई क्षेत्र बंद होने से भारतीय विमानन कंपनियां तलाश रहीं वैकल्पिक मार्ग, यात्रियों के लिए नई एडवाइजरी जारी।

Last Updated- April 25, 2025 | 3:06 PM IST
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले के दो दिन बाद गुरुवार को पाकिस्तान ने भारतीय विमान कंपनियों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया। इसके बाद देश की प्रमुख एयरलाइंस, विशेष रूप से इंडिगो और एयर इंडिया के अधिकारियों ने पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र से होकर गुजरने वाली सभी उड़ानों के वैकल्पिक मार्ग तलाशने के लिए आंतरिक बैठक की। एक एयरलाइन के अधिकारी ने बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘विशेष रूप से यूरोप और अमेरिका के लिए नए रूट लंबे होंगे जिससे हमारी परिचालन लागत में वृद्धि होगी और हवाई किराये बढ़ेंगे।’

वैकल्पिक रूट से उड़ान भरेंगी भारतीय एयरलाइंस

स्पाइसजेट के प्रवक्ता ने बताया कि उत्तर भारत से संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के लिए एयरलाइन की उड़ानें अब वैकल्पिक मार्गों से संचालित होंगी। नतीजतन, इन विमानों में उड़ान के लंबे समय को ध्यान में रखते हुए अतिरिक्त ईंधन रखना होगा। हालांकि, प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि स्पाइसजेट के उड़ान कार्यक्रम पर कोई महत्त्वपूर्ण प्रभाव नहीं पड़ेगा। 

उपरोक्त एयरलाइन के अधिकारी ने कहा कि पुलवामा हमले के बाद 2019 में भारतीय विमान कंपनियों को लगभग पांच महीने तक ऐसी ही स्थिति का सामना करना पड़ा था। अधिकारी ने कहा, ‘अगर अब भी हवाई क्षेत्र इतने ही समय तक बंद रहता है, तो काफी वित्तीय बोझ पड़ेगा।’ एयर इंडिया के एक अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी रास्ता बंद होने के बाद उसके विमान अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोप के अन्य देशों एवं पश्चिमी एशिया के लिए वैकल्पिक मार्गों से जाएंगे। इंडिगो ने भी कहा कि उसकी कुछ उड़ानें प्रभावित होंगी और यात्री दोबारा टिकट बुक कर सकते हैं।

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पुलवामा हमले के बाद भी पाक ने बंद किया था एयरस्पेस

14 फरवरी, 2019 को हुए पुलवामा आतंकी हमले में 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे। जवाबी कार्रवाई में भारतीय वायु सेना ने 26 फरवरी को पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद के प्रशिक्षण शिविरों पर हवाई हमले किए थे। इसके बाद पाकिस्तान ने तुरंत भारतीय विमान कंपनियों के लिए अपना हवाई क्षेत्र बंद कर दिया था। उस समय पांच महीने बाद 16 जुलाई, 2019 को हटाया गया। तत्कालीन नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने राज्य सभा को बताया था कि पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण 26 फरवरी से 2 जुलाई, 2019 के बीच भारतीय विमान कंपनियों को 540 करोड़ रुपये से ज्यादा का नुकसान हुआ। अकेले एयर इंडिया को 491 करोड़ रुपये का की चपत लगी थी, जबकि निजी एयरलाइंस स्पाइसजेट, इंडिगो और गोएयर को उस दौरान क्रमशः 30.73 करोड़ रुपये, 25.1 करोड़ रुपये और 2.1 करोड़ रुपये का की हानि झेलनी पड़ी थी।

उस समय एयर इंडिया के एक बयान से हवाई क्षेत्र बंद होने के कारण एयरलाइन को होने वाले नुकसान का अंदाजा लगाया जा सकता है। उस दौरान 16 जुलाई, 2019 को एयर इंडिया ने एक बयान में बताया था कि पाकिस्तानी हवाई क्षेत्र को दोबारा खोलने तथा अमेरिका एवं यूरोप के लिए वन-वे उड़ानों के लिए उसकी परिचालन लागत में क्रमशः 20 लाख रुपये और 5 लाख रुपये की कमी आने की उम्मीद है। यह लागत उस समय के हिसाब से थी। अब उड़ानों के लिए दोबारा मार्ग तैयार करना तो और भी जटिल एवं महंगा साबित हो सकता है, क्योंकि भारतीय विमान कंपनियों का अंतरराष्ट्रीय संचालन 2019 से 2025 के बीच काफी बढ़ गया है।

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एविएशन एनालिटिक्स फर्म सिरियम के अनुसार, एयर इंडिया अब प्रति सप्ताह लगभग 1,188 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करती है, जो अप्रैल 2019 से 56.7 प्रतिशत अधिक है। इसकी भारत-यूरोप उड़ानें, जिनमें से कई पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से होकर गुज़रती हैं, लगभग 80 प्रतिशत बढ़कर प्रति सप्ताह 242 हो गई हैं। इसी तरह, भारत-उत्तरी अमेरिका उड़ानें, जो पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से जाती हैं, भी दोगुने से ज्यादा बढ़कर प्रति सप्ताह 144 हो गई हैं।

एयर इंडिया की कम लागत वाली सहायक कंपनी, एयर इंडिया एक्सप्रेस अब प्रति सप्ताह लगभग 954 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें संचालित करती है। इसकी उड़ानों में अप्रैल 2019 से अब तक 65.1 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इंडिगो प्रति सप्ताह 1,904 अंतरराष्ट्रीय उड़ानें चलाती है, जो अप्रैल 2019 में चलने वाली उड़ानों की संख्या से लगभग 2.5 गुना अधिक है। फरवरी में इंडिगो ने नॉर्स अटलांटिक एयरवेज से डैम्प लीज पर चार बी787-9 वाइड-बॉडी एयरक्राफ्ट के अधिग्रहण की घोषणा की, जिसमें मौजूदा गर्मी के मौसम के मध्य में भारत-यूरोप उड़ानें शुरू करने की योजना है।

First Published - April 24, 2025 | 10:45 PM IST

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