छुट्टियों के दौरान मकान किराये पर देने वाली कंपनी एयरबीएनबी की वृद्धि को ग्राहकों के बेहतर अनुभव से रफ्तार मिलेगी। कंपनी की वैश्विक मुख्य वित्तीय अधिकारी एली मर्ट्ज ने अक्षरा श्रीवास्तव और गुलवीन औलख से बातचीत में कहा कि कंपनी की नजर भारत में लगातार बढ़ रहे मध्य वर्ग पर है। उन्होंने कहा कि कंपनी भारत के मध्य वर्ग पर बड़ा दांव लगाते हुए सरकार के साथ साझेदारी कर रही है। पेश हैं मुख्य अंश …
एयरबीएनबी के लिए वैश्विक बाजार में वृद्धि के प्रमुख अवसर क्या हैं?
हमने साल 2024 में करीब 82 अरब डॉलर के सकल बुकिंग मूल्य (जीबीवी) के साथ शानदार वृद्धि दर्ज की है। हमारे लिए वृद्धि के तीन प्रमुख अवसर मौजूद हैं। पहला, हम अपने प्रमुख कारोबार को लगातार बेहतर बनाएं और यह सुनिश्चित करें कि सही कीमतों पर उच्च मानकों वाली सेवाएं प्रदान की जाएं। दूसरा, वैश्विक बाजारों में विस्तार किया जाए और तीसरा सेवाओं की पेशकश का दायरा बढ़ाया जएए। इसी साल मई से कारोबार का दायरा आवास से बढ़ाए जाने की उम्मीद है।
भारत में विस्तार का नया चरण कैसा रहेगा?
हम अनुभवों को और बेहतर करना चाहते हैं। हम वैश्विक स्तर पर ऐसी पेशकश कर रहे हैं। साथ ही हम मेहमानों और मेजबानों को वृद्धिशील उत्पाद एवं सेवाएं प्रदान करना चाहते हैं। हमारा विचार यह है कि किसी गंतव्य के लिए पारंपरिक से आगे बढ़कर कुछ स्थानीय और प्रामाणिक पेशकश की जाए। जो भी इस प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहा है, वह यात्रा करते समय निश्चित तौर पर बाजार में कुछ कर रहा है। हम उन गतिविधियों को अपने प्लेटफॉर्म पर लाना और उन्हें बेचना चाहते हैं।
महत्त्वपूर्ण बाजार के तौर पर भारत को आप कैसे देखती हैं?
हालांकि हम 220 देशों में मौजूद हैं, मगर 5 प्रमुख बाजारों में हमारा कारोबार अधिक केंद्रित है। इन बाजारों का हमारे कुल जीबीवी का करीब 70 फीसदी और प्लेटफॉर्म पर बुकिंग में करीब 50 फीसदी हिस्सेदारी है। इसलिए इन बाजारों के तहत एक बड़ा अवसर मौजूद है और हम उनकी पहचान करते हुए वहां निवेश करना चाहते हैं। बढ़ते मध्य वर्ग, खर्च करने लायक आय में वृद्धि और बड़ी तादाद में युवा उपभोक्ताओं के साथ भारत निस्संदेह वैश्विक स्तर पर हमारे सबसे तेजी से बढ़ते बाजारों में शामिल है।
साल 2016 में भारतीय बाजार में आपके आने के बाद नई कंपनियां सामने आ चुकी हैं। ऐसे में प्रतिस्पर्धा कैसी है?
वास्तविकता यह है कि तमाम अन्य प्लेटफॉर्म भी होमस्टे या वैकल्पिक आवास कारोबार में शामिल हो गए हैं। यह एक बड़ी जीत है जो दर्शाती है कि लोगों का रुझान होटलों के बाहर ठहरने में बढ़ रहा है। यह वृद्धि के लिए एक जबरदस्त अवसर है। भारत में पर्यटन बढ़ रहा है और सरकार 2047 तक पर्यटन को 3 लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना चाहती है। यह एक बड़ी वृद्धि है लेकिन इसके लिहाज से होटल बुनियादी ढांचे तैयार नहीं हो रहे हैं। ऐसे में होमस्टे की भूमिका काफी बढ़ जाती है और एयरबीएनबी फिलहाल इस क्षेत्र की अग्रणी कंपनी है। हम सरकार के साथ साझेदारी और वृद्धि के साथ अपनी अग्रणी स्थिति को आगे भी बरकरार रखेंगे।
सरकार के साथ साझेदारी से आपका क्या तात्पर्य है?
भारत एक दिलचस्प बाजार है। ऐसा न केवल जनसांख्यिकीय दृष्टि से बल्कि इसलिए भी है कि सरकार पर्यटन को अर्थव्यवस्था का एक बड़ा हिस्सा बनाना चाहती है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए हमारे जैसे लोगों के साथ काम करना काफी रचनात्मक पहल है। हम सरकार के साथ साझेदारी के तहत स्थानीय समुदायों को मेजबानी के लिए कुशल बनाएंगे। गोवा में एयरबीएनबी उद्यमी अकेडमी लोगों को मेजबानी या सह-मेजबानी करने का कौशल सीखने में मदद करेगी।