facebookmetapixel
भारत में उत्पाद मानकों की जटिलता: बीआईएस मॉडल में बदलाव की जरूरतGST दरें कम होने से इलेक्ट्रॉनिक्स स्टोर्स में ग्राहकों की बढ़ी भीड़, बिक्री में तेज उछाल की उम्मीदनवरात्र की शुरुआत के साथ कार शोरूम में बढ़ी रौनक, फेस्टिव सीजन में बिक्री का नया रिकॉर्ड संभवआईटी कंपनियां H-1B वीजा पर कम करेंगी निर्भरता, भारत में काम शिफ्ट करने की तैयारीH-1B वीजा फीस का असर: IT शेयरों में 6 महीने की सबसे बड़ी गिरावट, निवेशकों के ₹85,000 करोड़ डूबेबैलेंस्ड एडवांटेज फंड्स ने इक्विटी में बढ़ाया निवेश, 1 साल में 42% से बढ़कर 55% तक पहुंचा एक्सपोजरऐक्सिस फ्रंट-रनिंग मामला: SAT ने SEBI को और दस्तावेज साझा करने के दिए निर्देशकल्याणी इन्वेस्टमेंट ने IIAS की मतदान सलाह का विरोध किया, कहा- अमित कल्याणी पर विवाद लागू नहींब्रोकरों की तकनीकी गड़बड़ियों से निपटने के नियमों में होगा बदलाव, ‘टेक्नीकल ग्लिच’ का घटेगा दायराH-1B वीजा फीस से टूटा शेयर बाजार: आईटी शेयरों ने सेंसेक्स और निफ्टी को नीचे खींचा

ग्रामीण क्षेत्रों में पर्याप्त स्वास्थ्य सेवा : नड्डा

सरकार मेडिकल सीटों में वृद्धि करके इस कमी को दूर कर रही है और अगले पांच साल में 75,000 नए डॉक्टर और इस वर्ष 10,000 नए डॉक्टर तैयार हो जाएंगे।

Last Updated- February 11, 2025 | 11:21 PM IST
JP Nadda

स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने मंगलवार को राज्य सभा में कहा कि यह बात सच्चाई से परे है कि सरकार ग्रामीण एवं दूरदराज के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा मुहैया नहीं करा पा रही है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में जमीनी स्तर पर डॉक्टरों की संख्या कम हो सकती है, लेकिन सरकार मेडिकल सीटों में वृद्धि करके इस कमी को दूर कर रही है और अगले पांच साल में 75,000 नए डॉक्टर और इस वर्ष 10,000 नए डॉक्टर तैयार हो जाएंगे।

उन्होंने कहा कि अक्सर यह बात कही जाती है कि सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने में असमर्थ हैं, लेकिन यह बात सच्चाई से कोसों दूर है। उन्होंने कहा, ‘हमारी एमएमआर (मातृ मृत्यु दर) वैश्विक गिरावट से दोगुनी है। यू-विन हर उस मां को ट्रैक करता है जो गर्भवती हैं, प्रसव के समय तक और जब बच्चा दो साल का हो जाता है और सभी इंजेक्शन लग जाते है, तब तक हर चीज पर नजर रखी जाती है।’

First Published - February 11, 2025 | 11:21 PM IST

संबंधित पोस्ट