facebookmetapixel
राम मंदिर निर्माण का काम हुआ पूरा, 25 नवंबर को पीएम मोदी करेंगे ध्वज स्थापनाOnline seed booking: अच्छी गुणवत्ता वाले बीजों की सुधरेगी उपलब्धता, किसान ऑनलाइन बुक कर सकेंगे बीजबिहार के बाद अब 12 राज्यों में शुरू होगा एसआईआर, 51 करोड़ मतदाता होंगे शामिलडेट सिक्युरिटीज में रिटेल निवेशकों को मिल सकता है इंसेंटिव, सेबी का नया प्रस्तावIndian Oil Q2 Results: इंडियन ऑयल का मुनाफा कई गुना बढ़ा, Q2 में ₹13,288 करोड़ का नेट प्रॉफिटRAC टिकट क्या है? बिना डर करें रेल यात्रा, सीट की गारंटी तयQ2 नतीजों के बाद SBI Cards पर बंटी राय – कहीं ₹700 का खतरा, तो कहीं ₹1,100 तक की उम्मीदऑल टाइम हाई पर दिग्गज Tata Stock, ब्रोकरेज ने अपग्रेड की रेटिंग, कहा-खरीद लें; अभी 30% और चढ़ेगा51% उछला सोना, सिर्फ 6% बढ़े शेयर! ब्रोकरेज ने बताया अब कहां पैसा लगाने पर मिलेगा बेहतर रिटर्नचीन को टक्कर दे रहा भारत का ये फाउंडर! IPO से पहले पीयूष बंसल बोले – अभी तो शुरुआत है

अगले वित्त वर्ष में पटरी पर उतरेंगी 50 अमृत भारत ट्रेनें, वंदे भारत की तरह ही मिलेंगी कुछ स्पेशल सुविधाएं

Amrit Bharat train: रेलवे के सूत्रों के मुताबिक चेन्नई की ICF, रायबरेली की MCF और कपूरथला की RCF में 1,230 रेल डिब्बों का निर्माण किया जाएगा।

Last Updated- March 19, 2024 | 10:34 PM IST
train

गैर वंदे भारत ट्रेनों में भी बेहतर सुविधाएं देने के लिए केंद्र की योजना वित्त वर्ष 2024-25 में कई नई अमृत भारत ट्रेन शुरू करने की है। रेल मंत्रालय की उत्पादन इकाइयों में 50 ऐसी ट्रेनों का निर्माण किया जाएगा। इनमें यात्रियों को यात्रा के दौरान शानदार अनुभव मिलेगा।

रेलवे के सूत्रों के मुताबिक चेन्नई की इंटीग्रल कोच फैक्टरी (ICF), रायबरेली की मॉडर्न कोच फैक्टरी (MCF) और कपूरथला की रेल कोच फैक्टरी (RCF) में 1,230 रेल डिब्बों का निर्माण किया जाएगा। इस क्रम में आईसीएफ और आरसीएफ, प्रत्येक में 492 अमृत भारत के डिब्बे बनाएंगे जबकि एमसीएफ 246 डिब्बे बनाएगा।

असल में कई राजनीतिक दलों व सिविल सोसायटी ने रेलवे की बात के लिए आलोचना की थी कि वह वंदे भारत जैसी प्रीमियम सेवाओं पर ज्यादा ध्यान केंद्रित कर रहा है। इसके बाद रेल मंत्रालय ने साल 2023 में अमृत भारत ट्रेन पेश किया। यह पूरी तरह गैर एसी और बेहतर डिजाइन, सुविधाओं और सुरक्षा मानकों वाली ट्रेन थी।

यह नई ट्रेन रेलवे की दो जरूरतों, बढ़ती मांग और सुरक्षा मानकों को पूरा करेगी। यह रेलगाड़ियां स्लीपर, जनरल और द्वितीय श्रेणी के यात्रियों की आवश्यकताओं को पूरा करेंगी। इन श्रेणियों में मांग पहले ही कोविड महामारी से पहले के दौर के करीब पहुंच चुकी है। त्योहारों यानी पीक सीजन जैसे दिवाली और छठ पूजा पर यात्रियों को सफर करने के ​​लिए रेलगाडि़यों में जगह नहीं मिल पाती है।

दूसरा, सुरक्षा मानकों को बेहतर किया जाएगा और इन रेलगाड़ियों में सेमी परमानेंट कप्लर और सील्ड गैंगवे जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इनसे इन रेलगाड़ियों की स्पीड बढ़ जाएगी।

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिसंबर में बिज़नेस स्टैंडर्ड को बताया था, ‘मानक के रूप में 130 किलोमीटर प्रति घंटा की गति रखना समझदारी है लेकिन तकनीकी रूप से होता यह है कि ट्रेन की अलग-अलग इकाइयां अगर इस गति पर चल रही हैं तो वह एयरोडायनमिक (वायुगतिकीय) रूप से अस्थिर हो जाती है। अब हमने अमृत भारत में सील्ड गैंगवे, सेमी परमानेंट कप्लर और एयरोडायनमिक रूप से बेहतर ट्रेन सुविधा मुहैया कराई है। लिहाजा यह रेलगाड़ी तेज गति से चलने के लिए सुरक्षित हो गई है।’

रेलवे उत्पादन इकाइयों को नई सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश दिया गया है। इन सुविधाओं में वंदे भारत की सीट की तरह आरामदायक सीट आदि उपलब्ध कराने के लिए कहा गया है। इस पर उत्पादन इकाइयों में कार्य जारी है।

First Published - March 19, 2024 | 10:33 PM IST

संबंधित पोस्ट