प्रयागराज महाकुंभ में बसंत पंचमी के मौके पर रविवार को लगभग एक करोड़ लोगों ने संगम में स्नान किया। हालांकि बसंत पंचमी पर संतों के अखाड़ों का अमृत स्नान सोमवार को होगा। रविवार को महाकुंभ के 21 दिन अभी तक 35 करोड़ लोग संगम में स्नान कर चुके हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने मौनी अमावस्या को संगम पर हुई भगदड़ के बाद बसंत पंचमी के स्नान के लिए रविवार से लेकर मंगलवार तक के लिए कुछ प्रतिबंध लागू किए हैं। तीन दिनों के लिए प्रयागराज शहर और मेला क्षेत्र में वाहनों का प्रवेश बंद कर दिया गया है। साथ ही सभी वीवीआईपी पास निरस्त कर दिए गए हैं। भीड़ पर निगरानी के लिए हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं।
मेलाधिकारी ने बताया कि रविवार से लेकर तीन दिनों तक स्नान के लिए आ रहे सभी श्रद्धालुओं के वाहन शहर के बाहर की पार्किंग में खड़े होंगे जहां से वे संगम की ओर पैदल या शटल बसों से आ सकेंगे। प्रयागराज के सभी रेलवे स्टेशनों पर वनवे सिस्टम लागू कर दिया गया है। श्रद्धालु एक ओर से आएंगे और दूसरी तरफ से जा सकेंगे।
अधिकारियों ने बताया कि शहर के चारों तरफ बनाए गए अस्थायी बस स्टेशनों में जहां रोडवेज का बसों का बेड़ा तैयार है तो वहीं इन अस्थायी बस स्टेशनों से महाकुंभ के नजदीक के स्थानों तक श्रद्धालुओं को पहुंचाने के लिए 550 शटल बसों की व्यवस्था की गई है। रोडवेज अधिकारियों के मुताबिक हर 2 मिनट में शटल सेवा उपलब्ध है। बस स्टेशन में भीड़ जमा नहीं हो इसके लिए भी अलग से व्यवस्था की गई है।
यूपी रोडवेज ने बसंत पंचमी के स्नान पर्व में आगंतुकों की वापसी के लिए अलग से 2,500 बसें आरक्षित कर ली हैं। महाकुंभ क्षेत्र से चार अस्थायी बस स्टेशन पहुंच रहे आगंतुकों के लिए हर 15 मिनट में रोडवेज की बस मिलेगी। इसमें भी सबसे अधिक झूसी में बनाए गए रोडवेज के अस्थायी बस स्टेशन में 1,500 बसें, लखनऊ जाने के लिए बेला कछार में बनाए गए बस स्टेशन में 600 बसें, कानपुर की तरफ जाने वाले आगंतुकों के लिए नेहरू पार्क बस स्टेशन में 300 और मिर्जापुर तथा बांदा की तरफ जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए लेप्रोसी अस्थायी बस स्टेशन में 100 रोडवेज बसें आरक्षित हैं।
मेला प्रशासन ने सोमवार को होने वाले अमृत स्नान के लिए अखाड़ों का क्रम निर्धारित कर दिया है। बसंत पंचमी के अमृत स्नान में पहले नंबर पर श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और शंभु पंचायती अटल अखाड़े के संत सोमवार सुबह 5 बजे संगम में डुबकी लगाएंगे। इसके बाद अन्य अखाड़ों का स्नान शुरू होगा।